पाकिस्तान में 17 साल बाद टेस्ट सीरीज खेलने पहुंची इंग्लैंड की टीम ने कमाल कर दिया है। उसने रावलपिंडी में पहले टेस्ट के पहले दिन पाकिस्तानी गेंदबाजी की बखिया उधेड़ दी। इंग्लैंड ने पहले दिन 75 ओवर में चार विकेट पर 506 रन बना लिए। उसके चार बल्लेबाजों ने शतक लगाए। जैक क्रॉली ने 122, ओली पोप ने 108, बेन डकेट ने 107 और हैरी ब्रुक ने नाबाद 101 रन बनाए। इंग्लैंड की टीम किसी टेस्ट के पहले दिन सबसे ज्यादा रन बनाने वाली टीम बन गई। उसने ऑस्ट्रेलिया के 112 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
इंग्लैंड ने जीता था टॉस
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। जैक क्रॉली और बेन डकेट ने क्रीज पर उतरते ही पाकिस्तानी गेंदबाजों की कुटाई शुरू कर दी। दोनों ने 35.4 ओवर में पहले विकेट के लिए 233 रन की साझेदारी की। डकेट 110 गेंद पर 107 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 15 चौके लगाए। डकेट के आउट होने के कुछ देर बाद ही क्रॉली भी पवेलियन लौट गए। उन्होंने 21 चौकों की मदद से 111 गेंद पर 122 रन बनाए। डकेट को जाहिद महमूद और क्रॉली को हारिस रऊफ ने आउट किया।
रूट का नहीं चला बल्ला
235 रन पर दो विकेट गिर जाने के बाद ओली पोप और जो रूट ने पारी को संभाला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 55 गेंद पर 51 रन की साझेदारी की। रूट ज्यादा देर नहीं टिक पाए और 31 गेंद पर 23 रन बनाकर जाहिद महमूद का शिकार बने। उनके बाद ओली पोप और हैरी ब्रुक के साथ पाकिस्तानी गेंदबाजों की धुनाई की। दोनों ने 149 गेंद पर 176 रनों की साझेदारी की। ओली पोप 104 गेंद पर 108 रन बनाकर मोहम्मद अली का शिकार बने। पोप ने अपनी पारी में 14 चौके लगाए। दिन का खेल समाप्त होने के समय हैरी ब्रुक 101 और कप्तान बेन स्टोक्स 34 रन बनाकर नाबाद रहे।
मैच में बने ये बड़े रिकॉर्ड:
इंग्लैंड ने टेस्ट के पहले दिन सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। उसने 75 ओवर में चार विकेट पर 506 रन बनाए। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने नौ दिसंबर 1910 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सिडनी में 99 ओवर में छह विकेट पर 494 रन बनाए थे।
इंग्लैंड टेस्ट के पहले दिन सबसे ज्यादा रन बनाने वाली मेहमान टीम (विजिटिंग टीम) बन गई। उसने 88 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इससे पहले 1934 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड में 475 रन बनाए थे।
हैरी ब्रुक ने साउद शकील के ओवर में छह चौके लगाए। टेस्ट इतिहास में ऐसा पांचवीं बार हुआ है। भारत के संदीप पाटिल ने इंग्लैंड के बॉब विलिस के खिलाफ 1982 में पहली बार एक ओवर में छह चौके लगाए थे। उनके बाद 2004 में वेस्टइंडीज के खिलाफ क्रिस गेल ने इंग्लैंड के मैथ्यू होगार्ड, 2006 में वेस्टइंडीज के रामनरेश सरवन ने भारत के मुनाफ पटेल और 2007 में श्रीलंका के सनथ जयसूर्या ने इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन के ओवर में ऐसा किया था।
टेस्ट में यह तीसरा अवसर है जब उसके शीर्ष तीन बल्लेबाजों (जैक क्रॉली, बेन डकेट और ओली पोप) ने शतक लगाया है। इससे पहले 1924 में लॉर्ड्स के मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जैक हॉब्स, हर्बट सटक्लिफ और फ्रैंक वॉली ने ऐसा किया था। फिर 2010 में ब्रिस्बेन क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एंड्रयू स्ट्रॉस, एलिस्टर कुक और जोनाथन ट्रॉट ने शतक लगाया था।
इंग्लैंड के दोनों ओपनर बल्लेबाजों ने नौ साल के बाद एक ही पारी में शतक लगाया है। पिछली एलिस्टर कुक (116) और निक कॉम्पटन (117) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नौ मार्च 2013 को ड्यूनेडिन में शतक लगाया था। इस बार जैक क्रॉली और बेन डकेट ने ऐसा किया।