क्रिकेट: Kolkata Knight Riders के लिए आईपीएल 2023 अच्छा नहीं रहा. टीम प्लेऑफ तक में नहीं पहुंच पाई. इस सीजन में पहले से आखिरी मैच तक टीम एक ही परेशानी से जूझती रही. गेंदबाजी भी औसत रही. नीतीश राणा और रिंकू सिंह को छोड़ दें तो कोई भी बल्लेबाज अपनी छाप नहीं छोड़ पाया. यही कारण रहा कि पिछले साल 7वें पायदान पर रहने वाली केकेआर नए कोच और कप्तान की अगुआई में इस साल भी उसी स्थान पर रही
कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए एक साल में कुछ नहीं बदला. आईपीएल 2022 में सातवें स्थान पर रहने वाली केकेआर, इस सीजन में भी उसी नंबर पर रही. पिछले साल की तरह इस बार भी 14 में से 6 मैच ही जीते और 8 गंवाए. यानी पिछले साल टीम जहां थी, इस साल भी वहीं ही रही. ना तो कोच बदलने का फायदा हुआ और ना ही नया कप्तान टीम की किस्मत बदल पाया. बस एक खिलाड़ी रिंकू सिंह के नाम का शोर रहा. जिसने अकेले दम पर टीम को कई हारे हुए मुकाबलों में जीत दिला दी. (Kolkata Knight राइडर्स
आखिर क्यों KKR इस बार भी फिसड्डी साबित हुई. टीम की नाकामी के क्या कारण रहे? इस सीजन में टीम के फीके प्रदर्शन की जो एक सबसे बड़ी वजह सामने आई, वो है टॉप ऑर्डर में बार-बार बदलाव. आईपीएल के 16वें सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स ने 14 मैच में 9 अलग-अलग ओपनिंग जोड़ी आजमाई. एन जगदीशन, मंदीप सिंह, वेंकटेश अय्यर, लिटन दास, रहमानुल्लाह गुरबाज को आजमाया गया. लेकिन, किसी पर भी टीम मैनेजमेंट ने पक्के तौर पर भरोसा नहीं जताया. सेकेंड हाफ में जेसन रॉय के आने के बाद जरूर केकेआर का टॉप ऑर्डर मजबूत नजर आया. लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी
शार्दुल ठाकुर और लॉकी फर्ग्यूसन, सीजन के बीच ट्रेड किए गए दो सबसे महंगे खिलाड़ी रहे. लेकिन, जितनी कीमत में केकेआर ने इन्हें अपने साथ जोड़ा, उसकी तुलना में दोनों का इस्तेमाल नहीं किया. लॉकी ने तीन मैच खेले और 12 से अधिक की इकोनॉमी के साथ 1 विकेट लिया. उउन्होंने प्रति मैच 2 ओवर गेंदबाजी की