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Olympics 2021: ओलिंपिक में आखिर मेडल जीत ने के बाद खिलाड़ी इसे काटते क्यों हैं? जानिए इसके राज

Kunti Dhruw
25 July 2021 9:08 AM GMT
Olympics 2021: ओलिंपिक में आखिर मेडल जीत ने के बाद खिलाड़ी इसे काटते क्यों हैं? जानिए इसके राज
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टोक्यो ओलिंपिक में भारत की मीराबाई चानू ने पहला पदक (रजत) जीतकर ओलिंपिक की मेडल टेबल ने भारत की एंट्री करवा दी.

टोक्यो ओलिंपिक में भारत की मीराबाई चानू ने पहला पदक (रजत) जीतकर ओलिंपिक की मेडल टेबल ने भारत की एंट्री करवा दी. मीराबाई चानू की ओर से पदक जीतने के बाद सोशल मीडिया पर मीराबाई की काफी चर्चा होने लगी. इसके बाद मेडल के साथ तस्वीरें वायरल होने लगीं. जब भी ओलिंपिक में कोई खिलाड़ी पदक जीतता है तो उनकी एक तस्वीर जरूर आती है, जिसमें में वो दांत से मेडल को दबाते हुए नज़र आते हैं.

आपने भी देखा होगा कि मेडल जीतने के बाद कई खिलाड़ी अपने मेडल को दांतों से चबाते हैं. लेकिन, कभी आपने सोचा है कि आखिर खिलाड़ी ऐसे क्यों करते हैं और उनके ऐसा करने की पीछे क्या वजह होती है. अगर भी ये जानने के इच्छुक हैं तो आज हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है…
क्यों ओलिंपिक मेडल को दांतों से काटते हैं खिलाड़ी?
वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ ओलिंपिक हिस्टोरियन के प्रेसिंडेंट रहे और किताब द कम्पलीट बुक ऑफ द ओलंपिक्स के लेकर डेविड वलेकीन्स्की ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने सीएनएन को बताया था कि यह फोटो ग्राफर्स की वजह से है. उन्होंने बताया था, 'मुझे लगता है कि खेल पत्रकार इसे आइकॉनिक तस्वीर की तरह देखते हैं, कुछ ऐसा जिसे वे बेच सकते हैं. खिलाड़ी शायद ही कभी खुद से ऐसा करते होंगे.'
ऐसे में समझा जा सकता है यह सिर्फ फोटो क्लिक करवाने के लिए एक पोज है और मेडल को काटने के पीछे कोई अहम वजह नहीं होती है. यह सिर्फ फोटो पोज होता है. साथ ही खिलाड़ी भी फोटोग्राफर्स की डिमांड पर ही ये फोटो क्लिक करवाते आ रहे हैं और ये चलन काफी पहले से चला आ रहा है. साथ ही आपको बता दें कि यह सिर्फ ओलिंपिक में ही नहीं होता है, जबकि अन्य चैंपियनशिप में पदक जीतने के बाद खिलाड़ी ऐसा करते हैं. वैसे पहले लोग सोने की परख काटकर ही करते थे, क्योंकि इसे दांतों से आसानी से दबाया जा सकता है.
क्या सही में सोने का होता है मेडल?
कई लोगों के मन में सवाल होता है कि क्या खिलाड़ियों को मिलने वाले स्वर्ण पदक पूरे सोने के होते हैं. एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के आधार पर वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि एक मेडल में सिर्फ 1.34 पर्सेंट ही गोल्ड होता है. वहीं, कई रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वर्ण पदक करीब 556 ग्राम का होता है, जिसमें 6 ग्राम सोना होता है और बाकी यह चांदी से बना होता है. इसके अलावा रजत पदक 550 ग्राम का होता है और इसमें पूरा चांदी का बना होता है. वहीं, कांस्य पदक 450 ग्राम का होता है, जिसे 95 फीसदी कॉपर और 5 फीसदी जिंक मिलाकार बनाया जाता है.
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