आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 का शेड्यूल जारी हो चुका है। 12 साल बाद भारतीय टीम इस विश्व स्तरीय टूर्नामेंट की मेजबानी करने को तैयार है। रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया को खिताब का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा है। कई पूर्व दिग्गजों का कहना है कि रोहित की टोली घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाकर कमाल कर सकती है।
हालांकि, यह बड़ी-बड़ी बातें कहने और सुनने में बहुत अच्छी लग रही है, लेकिन हकीकत में भारतीय टीम कितने पानी में यह आपको भी जान लेने की जरूरत है। स्टार खिलाड़ी इंजरी से जूझ रहे हैं, तो टीम के साथ मौजूद प्लेयर्स की हालिया फॉर्म अपने आप में बड़ा सवाल बनी हुई है। कप्तान रोहित और टीम मैनेजमेंट को क्यों अब आंखें खोल लेने की जरूरत है, आइए आपको विस्तार से समझाते हैं।
आधी से ज्यादा टीम चोटिल
जसप्रीत बुमराह इंजरी से उबरने में जुटे हुए हैं। माना जा रहा है कि बूम-बूम की वापसी एशिया कप तक हो सकती है। हालांकि, गौर इस बात पर कीजिए कि बुमराह पिछले लगभग एक साल से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर चल रहे हैं, तो वह 22 गज की पिच पर आते ही चमत्कार कर देंगे ऐसा सोचना जायज नजर नहीं आता है।
बुमराह से बुरा हाल ऋषभ पंत का है और भारतीय विकेटकीपर वर्ल्ड कप खेलेगा भी या नहीं, इस पर अभी सवाल है। पंत अगर फिट हो भी जाते हैं, तो उनको अपनी फिटनेस पर खासा काम करना पड़ेगा। श्रेयस अय्यर को लेकर ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि वह विश्व कप तक फिट ही नहीं हो पाएंगे। केएल राहुल की फिटनेस पर भी कुछ खुश कर देने वाली खबर अब तक तो सामने नहीं आई है। यानी जिन खिलाड़ियों से टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने की उम्मीद थी, वो खुद अपनी अलग लड़ाई लड़ रहे हैं।
गेंदबाजी में भी कई चैलेंज
टीम इंडिया का बॉलिंग डिपार्टमेंट अगर आपको दुरुस्त नजर आ रहा हो, तो ऐसा नहीं है। मोहम्मद शमी के पास अनुभव जरूर मौजूद है, लेकिन बड़े मैचों में उनकी गेंदबाजी की धार फीकी पड़ जाती है इसका ताजा उदाहरण अभी डब्ल्यूटीसी फाइनल में हम सभी ने देखा। मोहम्मद सिराज बढ़िया गेंदबाजी कर रहे हैं। हालांकि, सवाल यह है कि अगर बुमराह वर्ल्ड कप के लिए फिट नहीं हो पाते हैं, तो तीसरा गेंदबाज कौन होगा। कहने को भारत के पास कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन फॉर्म और बॉलिंग पर नजर दौड़ाएंगे तो सिर्फ अर्शदीप सिंह ही एकमात्र ऑप्शन नजर आते हैं।
स्पिन विभाग में किसको दें मौका
स्पिन विभाग में भारतीय टीम के सामने समस्या यह है कि किसको वर्ल्ड कप टीम में खिलाया जाए। एक तरफ रविचंद्रन अश्विन का भरपूर अनुभव मौजूद है, तो दूसरी ओर युजवेंद्र चहल की घूमती गेंदें। अश्विन और चहल के अलावा अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, रवि बिश्नोई और कुलदीप यादव वो नाम हैं, जिन पर चर्चा जरूर होगी। वर्ल्ड कप भारत में होना है तो स्पिनर्स का रोल काफी अहम होगा। ऐसे में सही कॉम्बिनेशन चुनना सबसे महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि हर बार विश्व कप की टीम में स्पिनर्स का चुनाव करने के बाद भारतीय टीम को मलाल हुआ है।