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320 रन के लक्ष्य को चार विकेट गंवाकर 43 वें ओवर में ही हासिल कर लिया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम अभी मुश्किल हालात से जूझ रही है. पिछले कुछ सालों में बड़े खिलाड़ियों के जाने से टीम के हाल बुरे हैं. हाल ही में उसे पाकिस्तान दौरे पर हार का सामना करना पड़ा था. फिर घर में भी उसे पाकिस्तान ने शिकस्त दी थी. इस बीच अब दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड ज्यादा से ज्यादा नए खिलाड़ियों को आजमाना चाहता है. इस कड़ी में दक्षिण अफ्रीका ए (South Africa A) टीम जिम्बाब्वे के दौरे पर गई हुई है. 29 मई को दोनों टीमों के बीच पहला अनाधिकारिक वनडे मैच खेला गया. इसमें दक्षिण अफ्रीकी टीम ने कमाल की बैटिंग करते हिए छह विकेट की एकतरफा जीत दर्ज की.
इस जीत के नायक पांचवें नंबर के बल्लेबाज थिनिस डी ब्रूइन (Theunis de Bruyn) रहे. उन्होंने 64 गेंद में सात चौकों और छह छक्कों से 113 रन की नाबाद पारी खेली. उनकी इस पारी के दम पर दक्षिण अफ्रीका ए ने जीत के लिए मिले 320 रन के लक्ष्य को चार विकेट गंवाकर 43वें ओवर में ही हासिल कर लिया. इससे पहले जिम्बाब्वे ए टीम ने डियोन मायर्स के 96 और ताडिवानाशे मारुमानी के 82 रन की बदौलत नौ विकेट पर 319 रन का स्कोर खड़ा किया. लेकिन उसके गेंदबाज लक्ष्य को बचाने में नाकाम रहे. दक्षिण अफ्रीकी टीम की ओर से ड्वेन प्रीटोरियस और लुथो सिपाम्ला ने तीन-तीन विकेट लिए.
चार रन से शतक से रह गए मायर्स
पहले बैटिंग करते हुए जिम्बाब्वे ए ने बढ़िया शुरुआत की. चामू चिभाभा और मारुमानी ने 72 रन जोड़े. चिभाभा को प्रीटोरियस ने 37 रन पर बोल्ड कर दिया. कुछ देर में ही तारिसाई मसाकांदा भी दो रन बनाकर प्रीटोरियस के शिकार हो गए. ऐसे समय में मारुमानी का डियोन मायर्स ने बढ़िया साथ दिया. दोनों ने 80 रन की साझेदारी की. रेजा हेड्रिंक्स ने मारुमानी को आउट कर इस जोड़ी को तोड़ा. फिर मायर्स एक छोर पर डटे रहे और दूसरी तरफ से रॉय काया (28) और मिल्टन शुम्बा (30) ने अहम पारियां खेलकर टीम को 300 के पार पहुंचाया. डियोन मायर्स महज चार रन से शतक से चूक गए. वे रन आउट हुए.
डी ब्रूइन ने लूटा मेला
लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ए को तापिवा मुफुद्जा ने शुरुआती झटका ओपनर रयान रिकेल्टन (4) के रूप में दिया. लेकिन फिर प्रोटीयाज बल्लेबाजों ने अहम पारियां खेलीं. इनमें ओपनर जानेमन मलान ने 82, रेजा हेंड्रिक्स ने 52 और कप्तान जुबैर हम्जा ने 49 रन बनाए. इससे टीम आसानी से जीत के करीब पहुंच गई. लेकिन रनगति को रफ्तार थिनिस डी ब्रूइन ने ही दी. वे हैंड्रिक्स के आउट होने पर 25वें ओवर में मैदान में उतरे थे. इसके बाद तो उन्होंने स्कोरकार्ड को पंख लगा दिए. उन्होंने सात चौके और छह छक्के लगाए. यानी महज 13 गेंदों में 64 रन ठोक दिए. नतीजा यह हुआ कि दक्षिण अफ्रीकी टीम 43वें ओवर में 43 गेंद बाकी रहते ही जीत गई. डी ब्रूइन के साथ ही सेनुरन मुथुसामी 12 रन बनाकर नाबाद लौटे.
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