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लुसाने। ओलंपिक चैम्पियन भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा डायमंड लीग के लुसाने चरण में शुक्रवार को 87.66 मीटर की दूरी के साथ लगातार दूसरी बार शीर्ष स्थान हासिल किया। चोट के कारण लगभग एक महीने तक खेल से दूर रहे नीरज हालांकि अपने 90 मीटर के अपने व्यक्तिगत लक्ष्य को हासिल करने से एक बार फिर चूक गये। लुसाने में स्वर्ण पदक जीतने वाला उनका यह प्रयास करियर के शीर्ष 10 प्रदर्शन के बाहर था। पच्चीस साल के चोपड़ा ने पिछले महीने मांसपेशियों में खिंचाव के कारण तीन शीर्ष स्पर्धाओं में भाग नहीं लिया था। उन्होंने पांच मई को दोहा में अपने करियर के चौथे सर्वश्रेष्ठ 88.67 मीटर के थ्रो के साथ सत्र की शुरुआत डायमंड लीग जीती थी।
चोपड़ा आमतौर पर शुरुआती दौर में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं लेकिन शुक्रवार को शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए उन्हें पांचवें प्रयास का इंतजार करना पड़ा। चौथे दौर की समाप्ति तक वह दूसरे स्थान पर थे। चोपड़ा ने फाउल से शुरुआत की और फिर 83.52 मीटर और 85.04 मीटर थ्रो किया। चौथे दौर में भी उन्होंने फाउल किया। अगले दौर में हालांकि उन्होंने 87.66 मीटर का मुकाबला जीतने वाला थ्रो किया। उनका छठा और आखिरी थ्रो 84.15 मीटर का था।
जर्मनी के जूलियन वेबर 87.03 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर थे, जबकि तोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता और सत्र की तालिका में शीर्ष पर चल रहे चेक गणराज्य के जैकब वडलेज 86.13 मीटर के प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर रहे। लय हासिल करने के लिए जूझ रहे मौजूदा विश्व चैंपियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 82.23 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे। नीरज ने खिताब जीतने के बाद कहा, चोट से वापसी करने के कारण मैं थोड़ा घबराया हुआ महसूस कर रहा था। यहाँ थोड़ी ठंड भी थी। मैं अब भी अपने सर्वश्रेष्ठ से दूर हूं, लेकिन मुझे लगता है कि इसमें सुधार जारी है।
उन्होंने कहा, मुझे राहत है कि यह मेरे लिए अच्छा साबित हो रहा है। जीत तो जीत होती है , और मैं इससे खुश हूं। चोपड़ा ने डायमंड लीग में अपना पहला खिताब भी पिछले साल अगस्त में लुसाने चरण में ही जीता था। वह इसके बाद ज्यूरिख में 2022 के ग्रैंड फिनाले को जीतकर डायमंड लीग चैंपियन बने थे। वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले इकलौते भारतीय है। उन्होंने 29 मई को एक बयान जारी करके चार जून को नीदरलैंड में हुए एफबीके खेलों और 13 जून को फिनलैंड में पावो नुरमी खेलों से नाम वापिस लेने की घोषणा की थी । वह हालांकि डायमंड लीग के किसी चरण से बाहर नहीं रहे क्योंकि रबात, रोम, पेरिस और ओस्लो डायमंड लीग में भालाफेंक स्पर्धा नहीं थी।
पुरुषों की लंबी कूद में, भारत के मुरली श्रीशंकर 7.88 मीटर की छलांग के साथ पांचवें स्थान पर रहे। श्रीशंकर ने अपने तीसरे प्रयास में इस दूरी को हासिल किया। जून में पेरिस डायमंड लीग में 8. 09 मीटर की कूद के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे श्रीशंकर यहां अपने प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में श्रीशंकर को हराकर स्वर्ण पदक जीतने वाले बहामास के लाक्वान नायरन ने 8.11 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। ओलंपिक चैंपियन यूनान के मिल्टियाडिस टेंटोग्लू 8.07 मीटर के प्रयास के साथ दूसरे जबकि जापान के युकी हाशिओका 7.98 मीटर की छलांग के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
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