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‘My Dream Is To Win Gold' पेरिस ओलंपिक पदक विजेता स्वप्निल कुसाले ने बताया अपना लक्ष्य

Suvarn Bariha
25 Aug 2024 9:42 AM GMT
‘My Dream Is To Win Gold  पेरिस ओलंपिक पदक विजेता स्वप्निल कुसाले ने बताया अपना लक्ष्य
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Spotrs.खेल: खुद को अपना आदर्श मानने वाले कांस्य पदक विजेता निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने कहा कि मैंने कांस्य जरूर जीता लेकिन मुझे संतुष्टि नहीं मिली। मेरा सपना देश के लिए सोना जीतना है। अगले ओलंपिक से पहले मैं अपने फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करूंगा। ये बातें पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की पचास मीटर थ्री पोजिशन स्पर्धा में कांस्य जीतने वाले कुसाले ने शनिवार को एक बातचीत के दौरान कहीं।
काहिरा में विश्व चैंपियनशिप (2022) में चौथे स्थान पर रहे स्वप्निल
काहिरा में विश्व चैंपियनशिप (2022) में चौथे स्थान पर रहे स्वप्निल ने भारत के लिए ओलंपिक में स्थान पक्का किया था। अपने यादगार सफर के बारे में पूछे जाने पर स्वप्निल ने बताया कि निशानेबाजी में मैंने अपनी यात्रा 2009 में शुरू की थी। निशानेबाजी एक महंगा खेल है। राइफल और अन्य उपकरणों पर काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं। अगर आपके पास खुद के उपकरण नहीं हैं तो प्रशिक्षण के लिए व्यक्ति को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
अकेलापन महसूस होने पर माता-पिता साथ आया करते हैं
स्वप्निल ने आगे बताया कि खुद का उपकरण होने से मेरी तैयारी अच्छी चलती गई, लेकिन इस दौरान मुझे वित्तीय सहायता की मदद लेनी पड़ी, जिसमें मेरे पिता ने पूरा सहयोग किया। इस दौरान मेरी कोच ने भी मेरी वित्तीय सहायता करने में मदद की। जब मैं पुणे में अकेला महसूस करता था तो मेरी मां और पिता पुणे आ जाते थे क्योंकि मैं सिर्फ अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहता था। मैं ज्यादा बाहर भी नहीं निकलता था, बस रेंज में अपने निशानेबाजी सीखने पर ध्यान देता था। एक सपना, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ- इस बाबत पूछे जाने पर स्वप्निल ने कहा कि मेरा सपना देश के लिए सोना जीतना है। मुझे अभी संतुष्टि नहीं मिली है। अगले ओलंपिक से पहले मैं अपने फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करूंगा, जिससे मेरा स्टेमिना और मजबूत हो सके और देश के लिए सोना जीत कर अपना सपना पूरा कर सकूं। निशानेबाजी की दुनिया में कुसाले की उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं। स्वप्निल ने कुवैत में पचास एशियाई चैंपियनशिप में थ्री मीटर राइफल (2015) स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने गगन नारंग और चैन सिंह जैसे प्रसिद्ध निशानेबाजों को पीछे छोड़ते हुए तुगलकाबाद में 59वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप जीता था। उन्होंने तिरुवनंतपुरम में 61वीं राष्ट्रीय चैंपियनशिप में इस सफलता को दोहराते हुए पचास मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में एक और स्वर्ण पदक हासिल किया।
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