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मिताली राज ने की सचिन तेंदुलकर की बराबरी, पाकिस्तानी कप्तान बिस्माह मारूफ ने भी रचा इतिहास

Subhi
6 March 2022 3:29 AM GMT
मिताली राज ने की सचिन तेंदुलकर की बराबरी, पाकिस्तानी कप्तान बिस्माह मारूफ ने भी रचा इतिहास
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भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने 6 मार्च 2022 को न्यूजीलैंड के माउंट मोनगानुई के बे ओवल मैदान पर उतरते ही एक कीर्तिमान अपने नाम किया। वह सचिन तेंदुलकर के बाद 6 अलग-अलग आईसीसी वनडे विश्व कप का हिस्सा बनने वाली दूसरी भारतीय बन गईं।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने 6 मार्च 2022 को न्यूजीलैंड के माउंट मोनगानुई के बे ओवल मैदान पर उतरते ही एक कीर्तिमान अपने नाम किया। वह सचिन तेंदुलकर के बाद 6 अलग-अलग आईसीसी वनडे विश्व कप का हिस्सा बनने वाली दूसरी भारतीय बन गईं।

यही नहीं, वह आईसीसी महिला विश्व कप के 6 संस्करणों में शामिल होने वाली पहली खिलाड़ी बन गईं। वहीं, पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम की कप्तान बिस्माह मारूफ ने भी इतिहास रचा। मिताली ने 22 साल पहले पहली बार इस शोपीस इवेंट में हिस्सा लिया था।

मिताली राज उस भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा थीं, जिसने न्यूजीलैंड द्वारा आयोजित विश्व कप का 2000 संस्करण खेला था। दो दशक से अधिक समय के बाद, मिताली राज टीम इंडिया के कप्तान के रूप में अपने रिकॉर्ड छठे विश्व कप अभियान के लिए न्यूजीलैंड लौटी हैं।

मिताली को 'भारतीय महिला क्रिकेट की महिला तेंदुलकर' भी कहा जाता है। वह वर्तमान में एकदिवसीय (7623 रन) और टी20 इंटरनेशनल (2364 रन) में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं। टेस्ट क्रिकेट में वह इस मामले में चौथे नंबर (699 रन) पर हैं। टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड संध्या अग्रवाल (1110 रन) के नाम है। दूसरे नंबर पर शांता रंगास्वामी (750) और तीसरे पर शुभांगी कुलकर्णी (700 रन) हैं।

मिताली राज ने 2017 महिला क्रिकेट विश्व कप के दौरान लगातार 7 अर्धशतक लगाए थे। यह एक खिलाड़ी द्वारा लगातार अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड है। मिताली विश्व कप में 1,000 से अधिक रन बनाने वाली पहली भारतीय और पांचवीं महिला क्रिकेटर हैं। उनके नाम एक टीम के लिए लगातार सबसे अधिक महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच (109) खेलने का रिकॉर्ड है।

साल 2005 और 2017 में भारतीय टीम ने महिला वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था। मिताली उन दोनों फाइनल में भी टीम का हिस्सा थीं। भारतीय कप्तान ने पहले ही कह दिया है कि यह वर्ल्ड कप उनका आखिरी होगा। ऐसे में वह चाहेंगी कि वह अपने करियर का अंत वर्ल्ड कप खिताब के साथ करें। सचिन तेंदुलकर को भी उनके आखिरी वर्ल्ड कप में खिताबी जीत हासिल हुई थी।

बिस्माह पाकिस्तान की पहली क्रिकेटर हैं, जो मां बनने के बाद इस वर्ल्ड कप में राष्ट्रीय टीम के लिए खेल रही हैं। बता दें कि इस वर्ल्ड कप में 8 ऐसी खिलाड़ी हैं, जो मां बनने के बाद मैदान पर उतरी हैं। बिस्माह के लिए यह उपलब्धि भी और खास है क्योंकि जिस देश में ज्यादातर क्रिकेटर्स का करियर शादी के बाद खत्म हो चुका है, वहां बिस्माह की जिंदगी ने एक अलग मोड़ ले लिया है। हालांकि, पैरेंटल पॉलिसी के बिना खेल में वापसी के लिए बिस्माह को शारीरिक, वित्तीय और सामाजिक चुनौतियों से जूझना पड़ा।

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