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ऑस्ट्रेलिया को पहली बार विश्व विजेता बनाया
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम (Australia Cricket Team) ने रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए आईसीसी टी20 विश्व कप-2021 (ICC T20 World Cup) के फाइनल में न्यूजीलैंड को हराया. इसी के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली बार टी20 विश्व कप की ट्रॉफी उठाने में सफल रही. उसकी जीत में अहम रोल निभाया हरफनमौला खिलाड़ी मिचेल मार्श (Mitchell Marsh) ने शानदार पारी खेली और मैन ऑफ द मैच बन टीम को खिताबी जीत दिलाने में सफल रहे. लेकिन इसके बाद भी उनकी टीम में जगह पक्की नहीं है मार्श की ये पारी एशेज सीरीज के लिए उनकी दावेदारी मजबूत करने वाली नहीं है. ऑस्ट्रेलिया के मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली (George Bailey) ने कहा कि जब एशेज सीरीज के लिए टीम चुनी जाएगी तो टी20 विश्व कप के फाइनल में मिचेल मार्श की शानदार पारी को 'ज्यादा तरजीह नहीं मिलेगी' क्योंकि दोनों पूरी तरह से अलग प्रारूप हैं.
मार्श की 50 गेंद में 77 रन की पारी से ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को दुबई में न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हराकर पहली बार टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया. मार्श ने टी20 विश्व कप के छह मैचों में लगभग 62 की औसत से 185 रन बनाए, जिसके बाद इयान हीली जैसे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ आगामी चुनौती के लिए टीम में उनके चयन का समर्थन किया.
बेली ने कहा ये
बेली से हालांकि जब फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे इस 31 साल के खिलाड़ी के चयन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने प्रतिबद्धता जताने से इनकार कर दिया. बेली ने ' एनईएन ड्वेन वर्ल्ड ' से सोमवार को कहा, '' ईमानदारी से कहूं तो उस प्रदर्शन को ज्यादा तरजीह नहीं दी जायेगी. वे (टी20 और टेस्ट) एक दूसरे से काफी अलग है. कई बार आंतरिक तौर पर हम मजाक में कहते है कि ऐसा लगता है दोनों अलग खेल है. दोनों में समानता नहीं है लेकिन आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को अच्छा करते देखना चाहते है क्योंकि इससे उन्हें आत्मविश्वास मिलता है.''
एक प्रारूप का दूसरे में फायदा नहीं
बेली ने कहा है कि एक प्रारूप में खिलाड़ की अच्छी लय से जरूरी नहीं है कि दूसरे प्रारूप में वह खिलाड़ी उसी लय में होगा , ''मुझे लगता है कि यह जरूरी नहीं कि किसी का एक प्रारूप की लय दूसरे में भी जारी रहे और मुझे यह भी नहीं लगता कि टी20 विश्व कप में जीत से आपको एशेज में कोई फायदा होगा.''
मार्श ने 32 टेस्ट खेले हैं, लेकिन टीम में जगह पक्की करने में विफल रहे है. इस प्रारूप में बल्ले से उनका औसत 25 और गेंदबाजी औसत लगभग 39 का है.
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