नई दिल्ली। भारत की दिग्गज हॉकी महिला खिलाड़ी रानी रामपाल ने दावा किया है कि एशियाई खेलों के लिए चुनी गयी टीम में कई अनफिट खिलाड़ी शामिल हैं और साथ ही माना कि वह ‘रिटायर’ होने के ‘मूड’ में नहीं हैं। हॉकी इंडिया द्वारा जारी संभावित टीम में रानी हांगझोउ जाने वाली टीम का हिस्सा नहीं हैं जबकि वह तोक्यो ओलंपिक के बाद लगी चोट से वापसी कर चुकी हैं। टोक्यो ओलंपिक में रानी की अगुआई में भारतीय महिला टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चौथा स्थान हासिल किया था। रानी चोट से वापसी के बाद गुजरात में हुए पिछले राष्ट्रीय खेलों में शीर्ष स्कोरर रही थीं, उन्होंने हरियाणा के विजय अभियान में 18 गोल किये थे। इसके बावजूद रानी परेशान नहीं हैं क्योंकि खेल ने उन्हें जिंदगी में सबकुछ दिया है।
उन्होंने कहा, मैं अपनी जिंदगी के उस चरण में हूं जहां मुझे कुछ भी साबित नहीं करना है। मैंने जिंदगी में हॉकी के जरिये लगभग सबकुछ हासिल कर लिया है लेकिन मुझे लगा कि राष्ट्रीय खेल मेरे लिए वापसी का मौका थे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कोशिश की और मैं राष्ट्रीय खेलों में खेली। मैं शीर्ष स्कोरर रही लेकिन फिर भी मेरे नाम पर विचार नहीं किया गया। इसलिये प्रदर्शन को लेकर कोई मुद्दा नहीं था।
रानी ने कहा, ‘‘मेरे पास प्रदर्शन है, फिटनेस है, सबकुछ है, लेकिन कहीं पर कोई मुझे लेकर असुरक्षा की भावना से ग्रस्त था, भले ही यह खिलाड़ी हो या कोच। हो सकता है कुछ ईर्ष्या हो। लेकिन मैं अपने काम करने में भरोसा करती हूं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानती हूं कि मैं एशियाई खेलों की टीम में नहीं हूं, टीम में काफी खिलाड़ी हैं जो अनफिट हैं और मैं उनके नाम नहीं लेना चाहती लेकिन फिर भी वे एशियाई खेलों के लिए जा रही हैं। ठीक है, यह कोच की पंसद है लेकिन हॉकी ने मुझे जिंदगी में काफी कुछ दिया है।