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महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में से, इस खिलाड़ी पर करना होगा भरोसा

Shiddhant Shriwas
10 Oct 2021 9:13 AM GMT
महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में से, इस खिलाड़ी पर करना होगा भरोसा
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चेन्नई को लगातार प्लेऑफ में खेलने का अनुभव है. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की कप्तानी वाली टीम 11वीं बार प्लेऑफ में पहुंची है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। IPL 2021 के पहले क्वालिफायर में चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) और दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) आमने-सामने रहेंगे. दोनों टीमें अंक तालिका में टॉप-2 में रही थी. लीग स्टेज में दिल्ली ने दोनों मुकाबलों में चेन्नई को हराया था लेकिन प्लेऑफ में मामला अलग होगा. चेन्नई को लगातार प्लेऑफ में खेलने का अनुभव है. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की कप्तानी वाली टीम 11वीं बार प्लेऑफ में पहुंची है. साथ ही उसने आठ बार फाइनल खेला हुआ है. इसके उलट दिल्ली पिछले तीन सीजन से ही लगातार अच्छा कर रही है और प्लेऑफ में पहुंच रही है. शुरुआती सीजन्स के बाद से तो टीम का खेल बिगड़ा हुआ था. साथ ही इस बार टीम ऋषभ पंत की कप्तानी में खेल रही जो पहली बार कप्तानी कर रहे हैं. इस लिहाज से प्लेऑफ में पूरा खेल दबाव को झेलने का रहेगा.

लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स को दिल्ली के खिलाफ एक-एक कदम संभलकर उठाना होगा. इनमें सबसे जरूरी है रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की बैटिंग पॉजीशन. बाएं हाथ का यह खिलाड़ी इस समय जबरदस्त फॉर्म में है. उन्होंने अभी तक 145.51 की स्ट्राइक रेट से 2267 रन बनाए हैं. वे जिन भी मैचों में मौका मिला है उनमें फिनिशर की भूमिका को अच्छे से निभा रहे हैं. लेकिन पिछले कुछ मैचों में देखा गया है कि महेंद्र सिंह धोनी उनसे ऊपर बैटिंग के लिए आए हैं. इस सीजन में धोनी बैट से नाकाम रहे हैं. उनकी स्ट्राइक रेट केवल 95.04 की है और वे 96 रन बना सके हैं. ऐसे में जडेजा के ऊपर आने से चेन्नई की स्कोरिंग रेट भी बढ़ेगी और स्कोर भी ऊपर जाएगा. अभी तक आईपीएल 2021 में जडेजा ने केवल 156 गेंदों का सामना किया है. इससे साफ है कि जडेजा का पूरी तरह से उपयोग सीएसके नहीं कर पाई है.
दिल्ली और पंजाब के खिलाफ भारी पड़ी थी धोनी की स्लो बैटिंग
चेन्नई और दिल्ली आईपीएल में जब आखिरी बार भिड़े थे तब चेन्नई ने पहले खेलते हुए पांच विकेट पर 136 रन का स्कोर बनाया था. इसमें धोनी 27 गेंद खेलने के बाद भी 18 रन बना सके थे. आखिर में यह पारी महंगी पड़ी और दिल्ली ने तीन विकेट से मैच जीत लिया था. अगर उस मैच में जडेजा को धोनी से ऊपर भेजा जाता तो शायद सीएसके का स्कोर ज्यादा होता और मैच का नतीजा भी बदला हुआ हो सकता था. इसी तरह का खेल पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में भी दिखा था तब धोनी 15 गेंद खेलकर 12 रन बना सके थे. अब जब टूर्नामेंट प्लेऑफ तक आ पहुंचा है तो इस तरह की बैटिंग गंभीर नुकसान कर सकती है. चेन्नईने जिन भी मैचों में जीत दर्ज की है उनमें उसका टॉप ऑर्डर अच्छा खेला है ऋतुराज गायकवाड़ (533) और फाफ डु प्लेसी (546) दोनों जबरदस्त फॉर्म में हैं. लेकिन बाकी बल्लेबाजों में केवल जडेजा ही ऐसे हैं जो फॉर्म में हैं.
ऐसे में पहले क्वालिफायर में चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम चाहेगी कि पुरानी गलतियों को दोहराया नहीं जाए. ऐसा करने पर मेगा ऑक्शन से पहले चेन्नई एक बार फिर से खिताबी मुकाबले में नजर आ सकती है.


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