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जानें क्यों डेनमार्क ओपन से साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप ने हटने का लिया फैसला...बताई ये वजह

Gulabi
6 Oct 2020 10:49 AM GMT
जानें क्यों डेनमार्क ओपन से साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप ने हटने का लिया फैसला...बताई ये वजह
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साइना नेहवाल और उनके पति पारुपल्ली कश्यप ने डेनमार्क ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट से मंगलवार को हटने का फैसला किया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और उनके पति पारुपल्ली कश्यप ने डेनमार्क ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट से मंगलवार को हटने का फैसला किया। यह टूर्नामेंट 13 अक्टूबर से ओडेंसे में खेला जाएगा जो कोविड-19 महामारी के कारण आई रुकावट के बाद अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर को फिर से शुरू करेगा। मार्च में ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के बाद बीडब्ल्यूएप्फ विश्व टूर को रोक दिया गया था।

लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना ने पीटीआई भाषा से कहा, ''मैं डेनमार्क ओपन से हट गई हूं। मैंने जनवरी में एशियाई टूर के साथ सत्र शुरू करने का फैसला किया है।" साइना और कश्यप ने साढ़े सात लाख डॉलर (लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपए) पुरस्कार राशि वाले इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए अपनी प्रविष्टियां भेजी थीं और पिछले महीने भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) को अपना सहमति पत्र भी भेजा था।

विश्व बैडमिंटन संघ (बीडब्ल्यूएफ) ने इससे पहले ने थॉमस और उबेर कप फाइनल्स (तीन से 11 अक्टूबर) के अलावा एशिया की तीन प्रतियोगिताओं (नवंबर में) को 2021 तक स्थगित कर दिया था। उसने डेनमार्क मास्टर्स (20-25 अक्टूबर) को भी रद्द कर दिया था। इस तरह डेनमार्क ओपन शेष सत्र में आयोजित होने वाला एकमात्र विश्व टूर कार्यक्रम है।

फिटनेस चिताओं के बारे में पूछे जाने पर राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार स्वर्ण जीतने वाली साइना ने कहा, ''चोट कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन अगर तीन टूर्नामेंट होते तो वहां जाने का मतलब होता। मैंने जनवरी में एशियाई टूर से वापसी का मन बनाया है।" विश्व रैंकिंग की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी के हटने से ओडेंस में महिला एकल में कोई भारतीय भागीदारी नहीं होगी क्योंकि विश्व चैंपियन पी वी सिंधु पहले ही इससे नाम वापस ले चुकी हैं।

विश्व रैंकिंग में 24वें स्थान पर काबिज कश्यप ने भी इसी तरह के कारणों से टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया। लंदन ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ''मुझे भी लगता है कि एक टूर्नामेंट के लिए वहां जाना, जोखिम उठाने के लायक नहीं है। जनवरी से एशियाई टूर से सत्र शुरू करना बेहतर होगा।" पूर्व विश्व नंबर एक किदांबी श्रीकांत, युवा लक्ष्य सेन, अजय जयराम और शुभंकर डे डेनमार्क ओपन में भारतीय चुनौती को पेश करेंगे।

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