जानिए कौनसी गलती की वजह से नहीं मिली केएल राहुल को टीम इंडिया में जगह
जनता से रिश्ता बेवङेस्क| मेलबर्न टेस्ट के लिए टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन का ऐलान हो चुका है.एडिलेड में खेले पहले टेस्ट के मुकाबले इस बॉक्सिंग डे टेस्ट (Boxing Day Test) के लिए भारतीय टीम मैनेजमेंट ने 4 बदलाव किए. लेकिन, उस खिलाड़ी को मौका नहीं दिया जिसकी उम्मीद क्रिकेट फैंस सबसे ज्यादा कर रहे थे. जिसे क्रिकेट पंडित विराट कोहली का विकल्प बता रहे थे. कयास थे कि राहुल को हनुमा विहारी की जगह मौका मिल सकता है. इतना ही नहीं वो नंबर 4 पर बल्लेबाजी के बेहतर विकल्प हो सकते थे. पर फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स से भारतीय टीम मैनेजमेंट की सोच बिल्कुल हटकर साबित हुई.
टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में गिल, पंत, जडेजा और सिराज को तो चांस मिला पर राहुल का इंतजार बढ़ गया. भारतीय टीम मैनेजमेंट ने फिलहाल हनुमा पर अपना भरोसा कायम रखा है, जो कि उनके नहीं चुने जाने की बड़ी वजह रही.
हालांकि, ऐसा नहीं है कि शॉर्टर फॉर्मेट में दनादन रन बरसाने वाले केएल राहुल टेस्ट क्रिकेट में किसी मामले में कम हैं. टेस्ट में उन्होंने 34.58 की औसत से 26 टेस्ट में 2006 रन बनाए हैं, जिसमें उनके नाम 5 शतक और 11 अर्धशतक हैं. कमाल की बात ये है कि उनके बल्ले से निकले 5 टेस्ट शतकों में से 3 की स्क्रिप्ट विदेशी धरती पर लिखी गई है.
राहुल के बाहर होने की 2 वजह
सवाल है कि ऐसे प्रदर्शन के बावजूद राहुल रेग्यूलर तौर पर टीम इंडिया की टेस्ट टीम का हिस्सा क्यों नहीं बन पा रहे. उन्हें मेलबर्न टेस्ट के प्लेइंग इलेवन से बाहर क्यों रखा गया. जब हमने इसका जवाब टटोला तो 2 वजहें सामने आई. एक तो उनके बनाए ज्यादातर टेस्ट रन बतौर ओपनर निकले हैं. और, दूसरी बात ये कि इस साल क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में उन्होंने न के बराबर मैच खेले हैं.
बस एक फर्स्ट क्लास मैच और फ्लॉप शो
राहुल ने 2020 में एक भी टेस्ट मैच भारत के लिए नहीं खेला. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी उन्होंने इस साल बस एक मुकाबला मार्च में बंगाल के साथ खेला. इस फर्स्ट क्लास मैच की भी दोनों पारियों में वो बस 26 रन ही बना सके. साफ है कि इस साल क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में बेशक राहुल ने ढेर सारे रन बनाए हों, लेकिन उस बेसिस क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट के लिए वो भारतीय थिंक टैंक का दिल नहीं जीत सकते.