जनता से रिश्ता वेब न्यूज़ डेस्क :-पाकिस्तान के विराट कोहली कहे जाने वाले सलामी बल्लेबाज अहमद शहजाद ने कहा है कि नेशनल टीम में जिस तरह से उनके साथ व्यवहार किया गया, उससे वह बुरी तरह आहट हैं। शहजाद को 2016 में पाकिस्तान की नेशनल टीम से बाहर कर दिया गया था। इस बल्लेबाज ने आरोप लगाया कि उनका करियर पाकिस्तान के तत्कालीन कोच वकार यूनिस की उस रिपोर्ट की वजह से खराब हुआ, जोकि उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को सौंपी थी। वकार ने इस रिपोर्ट में सुझाव दिया था कि शहजाद और उमर अकमल को अपने खेल में सुधार करने के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा और फिर उन्हें पाकिस्तान टीम में जगह बनाने के लिए काम करना होगा।
शहजाद ने क्रिकेट पाकिस्तान से कहा, 'मैंने खुद से रिपोर्ट नहीं देखी है, लेकिन पीसीबी के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि ये टिप्पणी मेरे बारे में की गई थी। हालांकि मेरा मानना है कि इन चीजों पर आमने-सामने चर्चा की जानी चाहिए और मैं उस चुनौती को लेने के लिए तैयार हूं। फिर हम देखेंगे कि कौन सही है और कौन गलत।'दाएं हाथ के बल्लेबाज शहजाद 2009 में 17 साल की उम्र में डेब्यू किया था। उपरी क्रम में उन्हें तूफानी पारी खेलने के लिए जाना जाता था। उन्होंने पाकिस्तान के लिए अपना पिछला मैच 2019 में खेला था और तब से वह नेशनल टीम से बाहर चल रहे हैं। शहजाद की तुलना कभी पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली से होती थी। उन्हें पाकिस्तान का कोहली भी कहा जाता था। उन्होंने कहा कि इन शब्दों से उनके करियर को नुकसान पहुंचा और उन्हें अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया गया। शहजाद ने कहा कि भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली का करियर इसलिए आगे बढ़ा क्योंकि उन्हें एमएस धोनी जैसे मेंटर मिला।
उन्होंने कहा, 'इन शब्दों से मेरे करियर को नुकसान पहुंचा, खासकर तब जब मुझे अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया गया। यह सब पहले से ही सुनियोजित था और वे एक पत्थर से दो पक्षियों को मारना चाहते थे। मैंने यह पहले भी कहा है और फिर से कह रहा हूं कोहली का करियर आगे बढ़ा क्योंकि उनके पास एमएस धोनी थे, लेकिन दुर्भाग्य से यहां पाकिस्तान में, आपके के ही लोग आपकी सफलता को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हमारे सीनियर खिलाड़ी और पूर्व क्रिकेटर क्रिकेट दुनिया में किसी को सफलता हासिल करते देखना नहीं चाहते हैं, जो कि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।'