शुभमन गिल के चोटिल होने के बाद भारतीय टीम प्रबंधन इंग्लैंड में दो और सलामी बल्लेबाजों पृथ्वी शा और देवदत्त पडीक्कल को जोड़ना चाहता है। इसके लिए टीम इंडिया के प्रशासनिक मैनेजर ने 28 जून को मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा को ईमेल भी लिखा था। हालांकि चेतन ने उस पर संज्ञान नहीं लिया लेकिन सवाल यह उठता है कि रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, केएल राहुल और अभिमन्यु ईश्वरन के होने के बावजूद टीम प्रबंधन को अचानक से दो और ओपनरों की जरूरत क्यों पड़ गई।
एक सूत्र ने कहा कि टीम प्रबंधन इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के शुरुआती मैचों में रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल की जोड़ी को ओपनिंग में उतारेगा लेकिन अगर इनमें से कोई सफल नहीं होता है या चोटिल होता है तो फिर टीम के पास राहुल और ईश्वरन के तौर पर दो विकल्प बचते हैं। राहुल ने टीम प्रबंधन से कहा है कि वह लाल गेंद के सामने ओपनिंग नहीं करना चाहते हैं। विराट भी अपने चहेते को ओपनिंग में उतारकर रिस्क नहीं लेना चाहते क्योंकि अगर उनका प्रदर्शन खराब रहता है तो उनके करियर पर इसका असर होगा। वहीं बंगाल के लिए खेलने वाले ईश्वरन को लेकर टीम प्रबंधन बहुत आशान्वित नहीं है।
उन्हें लगता है कि ईश्वरन इंग्लिश परिस्थितियों में ज्यादा सफल नहीं साबित होंगे। इसके अलावा टीम प्रबंधन को किसी ने यह भी चुगली की है कि चेतन शर्मा (जब वह मुख्य चयनकर्ता नहीं थे) पहले ईश्वरन के पिता की उत्तराखंड स्थित अभिमन्यु अकादमी में प्रशिक्षण देने जाते थे। हालांकि इसमें कोई गलत बात नहीं है। दैनिक जागरण को यह भी पता चला है कि विराट ने क्रिकेट से जुड़े एक-दो लोगों को फोन करके यह पता करने की भी कोशिश की कि इसमें कितनी सत्यता है?
मालूम हो कि बीसीसीआइ के एक सूत्र ने कहा, 'शुभमन गिल चोटिल होने के कारण इंग्लैंड के पूरे दौरे से बाहर हो गए हैं। उन्हें फिट होने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा। पिछले महीने टीम के प्रशासनिक प्रबंधक ने पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा को पत्र भेजकर दो अन्य सलामी बल्लेबाजों को ब्रिटेन भेजने के लिए कहा था।' गिल की चोट की स्थिति जानने के बावजूद माना जा रहा है कि शर्मा ने टीम प्रबंधन के अनुरोध पर खास ध्यान नहीं दिया। अब देखना यह है कि क्या टीम प्रबंधन शा और पडीक्कल को भेजने के लिए बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह से औपचारिक अनुरोध करता है। ये दोनों बल्लेबाज अभी सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका में हैं।