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100 टेस्ट खेलने वाले 17वें इंग्लिश क्रिकेटर बनेंगे जॉनी बेयरस्टो

Admin4
5 March 2024 1:50 PM GMT
100 टेस्ट खेलने वाले 17वें इंग्लिश क्रिकेटर बनेंगे जॉनी बेयरस्टो
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धर्मशाला। इंग्लैंड के बल्लेबाज़ जॉनी बेयरस्टो धर्मशाला में अपना 100वां टेस्ट खेलेंगे। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह 17वें इंग्लिश क्रिकेटर बनेंगे। धर्मशाला टेस्ट से पहले उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उनके लिए भावुक करने योग्य पल है। बेयरस्टो ने कहा, "यह दुनिया के खूबसूरत ग्राउंड में से एक है। केपटाउन मेरे पसंदीदा मैदानों में से एक है लेकिन धर्मशाला की बात ही कुछ और है।"
बेयरस्टो के परिजन भी धर्मशाला पहुंच गए हैं और वे मैच शुरु होने से पहले कैप प्रेज़ेंटेशन के दौरान उनके साथ मौजूद रहेंगे। बेयरस्टो के पिता इस दुनिया में नहीं हैं, उन्होंने 1997 में आत्महत्या कर ली थी और तब बेयरस्टो सिर्फ़ आठ वर्ष के थे। पिता के देहांत के बाद उनकी मां जेनट ने ही उनकी और उनकी बहन की देखभाल की। पिता का जब देहांत हुआ था तब उनकी मां ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही थीं और 2012 में एक बार फिर इस बीमारी ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया, जिसके चलते बेयरस्टो को भारत का दौरा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौटना पड़ा था। बेयरस्टो ने अपने करियर के दौरान कई बड़े खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया। उन्होंने तमाम खिलाड़ियों के साथ के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, "जब मैंने खेलना शुरु किया था तब स्ट्रॉस, कुक, पीटरसन, बेल, स्वान, एंडरसन, ब्रॉड जैसे खिलाड़ी थे। रूटी के साथ तो मैं तब से खेल रहा हूं जब मैं सिर्फ़ 12 वर्ष का था। वूडी और मैंने अंडर 11 के समय से एक दूसरे के ख़िलाफ़ खेलना शुरु किया था।"
धर्मशाला में परिस्थितियां मेहमान टीम को रास आ सकती हैं। इंग्लैंड भी इस श्रृंखला में पहली बार एक साथ तीन तेज़ गेंदबाज़ों के साथ उतरने की सोच रहा है। इसकी पिच पिछली बार फ़रवरी के दूसरे सप्ताह में हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के बीच खेले गए रणजी ट्रॉफ़ी मैच में उपयोग की गई थी और तब सभी 36 विकेट तेज़ गेंदबाज़ों ने ही लिए थे।
बेयरस्टो ने सीरीज़ में कई अवसर पर अच्छी शुरुआत की लेकिन वह अपनी पारी को एक बार भी 38 के स्कोर के आगे नहीं बढ़ा सके। वह टेस्ट में अपने छह हज़ार रन पूरे करने से सिर्फ़ 26 रन दूर हैं। बेयरस्टो ने कहा, "मैंने इस सीरीज़ में अपने बल्ले के साथ अच्छा महसूस किया है। लेकिन कुछ बार अच्छी गेंदें तो कुछ बार निर्णयों ने साथ नहीं दिया। हालांकि भारत में ऐसा होता है। धर्मशाला में भी जब मैं उतरूंगा तो मेरी कोशिश अन्य 10 खिलाड़ियों के साथ खेल का आनंद उठाने की ही होगी।"
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