IPL 2021: राजस्थान रॉयल्स के पास आखिरी मौका, प्लेऑफ से हो सकते हैं बाहर
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान रॉयल्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को जीवंत रखने के लिए सोमवार को यहां तालिका में सबसे निचले पायदान पर काबिज सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत की राह पर लौटना होगा.
प्लेऑफ की रेस में बना रहना चाहेगी राजस्थान
इसके लिए टीम के बल्लेबाजों को लय में चल रहे कप्तान संजू सैमसन का साथ देना होगा. राजस्थान की टीम नौ मैचों में आठ अंकों के साथ तालिका में सातवें (रविवार के मैचों से पहले) स्थान पर काबिज है जबकि सनराइजर्स हैदराबाद को नौ मैचों में सिर्फ एक सफलता मिली है और टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है. यूएई में आईपीएल के दूसरे चरण के शुरू होने के बाद राजस्थान ने पंजाब किंग्स के खिलाफ दो रन से जीत दर्ज की जबकि शनिवार को उसे तालिका में शीर्ष पर काबिज दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 33 रनों से करारी शिकस्त मिली.
बाहर हुई सनराइजर्स
दूसरी ओर हैदराबाद की टीम को दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब के खिलाफ क्रमश: आठ विकेट और पांच रन से शिकस्त मिली. तालिका में निचले स्थान पर काबिज टीमों के मुकाबले में राजस्थान की टीम हैदराबाद के खिलाफ अपने मौकों को भुनाना चाहेगी. भारत में लीग के पहले चरण में राजस्थान ने हैदराबाद को 55 रन से हराया था.
बल्लेबाज कर रहे निराश
राजस्थान की गेंदबाजी इकाई ने अपने प्रभावशाली प्रदर्शन को जारी रखते हुए शनिवार को दिल्ली की मजबूत टीम को छह विकेट पर 154 पर रोक दिया था, लेकिन बल्लेबाजी विभाग में सैमसन को छोड़कर (नाबाद 70) सभी ने निराश किया. युवा यशस्वी जायसवाल और महिपाल लोमरोर ने पंजाब के खिलाफ बल्ले से शानदार योगदान दिया था लेकिन दिल्ली के खिलाफ दोनों नाकाम रहे. लियाम लिविंगस्टोन और डेविड मिलर भी पिछले मैच में सैमसन के साथ साझेदारी करने में विफल रहे. यही हाल ऑलराउंडर रियान पराग और राहुल तेवतिया का भी रहा, जो रन बनाने के लिए जूझते दिखे.
गेंदबाजों ने किया अच्छा प्रदर्शन
मुस्ताफिजुर रहमान, युवा कार्तिक त्यागी और चेतन सकारिया की तेज गेंदबाजों की तिकड़ी अनुभव में कमी के बाद भी प्रभावशाली रही है तो वहीं दक्षिण अफ्रीका के तबरेज शम्सी और तेवतिया ने स्पिन विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया है. दूसरी ओर हैदराबाद के लिए मौजूदा सत्र बेहद ही निराशाजनक रहा है. टीम को अब तक नौ मैचों में से आठ में हार का सामना करना पड़ा है. टीम को ना तो बल्लेबाजों का साथ मिल रहा है ना ही उनके गेंदबाज चल रहे हैं.