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IOC अध्यक्ष का जापान दौरा हुआ रद्द

Bharti sahu
10 May 2021 12:29 PM GMT
IOC अध्यक्ष का जापान दौरा हुआ रद्द
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कोरोनावायरस का कहर भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जारी है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कोरोनावायरस का कहर भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जारी है. इस वायरस से आया संकट अभी तक टला नहीं है और कई लोग इससे परेशान हैं. जापान का राजधानी टोक्यो में इसी साल ओलिंपिक खेलों का आयोजन किया जाना है और इसी संबंध में अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक को जापान जाना था लेकिन उन्होंने कोरोनावायरस के कारण अपने दौरे को रद्द कर दिया है. टोक्यो ओलिंपिक आयोजन समिति ने सोमवार को यह जानकारी दी

बाक को ओलिंपिक मशाल रिले में शामिल होने के लिए अगले सोमवार को हिरोशिमा आना था. उसके बाद उनके टोक्यो यात्रा पर भी आने की संभावना थी. आयोजन समिति की अध्यक्ष सीको हाशिमोतो ने पिछले हफ्ते कहा था कि बाक के लिए इस दौरे पर आना मुश्किल होगा, तभी कयास लगाए गए थे कि उनका दौरा रद्द हो जाएगा.


कोविड के कारण इमरजेंसी
टोक्यो और देश के अन्य हिस्सों में कोविड-19 के कारण इमरजेंसी लागू है. इसे मंगलवार को खत्म होना था लेकिन अब यह 31 मई तक बढ़ा दी गई है. जारी बयान में कहा गया, '' बाक का दौरा जब भी संभव होगा जल्द से जल्द होगा.'' बाक के दौरे के रद्द होने से ओलिंपिक आयोजन पर फिर से सवाल उठने लगे है लेकिन आईओसी और आयोजन समिति ने कहा है कि यह रद्द नहीं होगा और इसका आयोजन सुरक्षित होगा.

लोगों ने किया था विरोध
हाल ही में जापान में ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के खिलाफ अभियान चलाया गया था जिस पर अभी तक 300,000 लोगों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं. वहीं रविवार को टोक्यो में इन खेलों के खिलाफ प्रोटेस्ट भी किया गया था जिसमें 100 लोग शामिल हुए थे.
ओसाका ने कहा- चर्चा हो
वहीं ओलिंपिक में जापान का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने कहा है अगर लोग इसके लिए सहज नहीं है तो इस पर चर्चा होनी चाहिये. वर्ल्ड नंबर दो ओसाका ने रविवार 9 मई को इटली ओपन के दौरान ओलिंपिक आयोजन के बारे में पूछे जाने पर कहा,

''निश्चित रूप से मैं चाहूंगी कि ओलिंपिक का आयोजन हो, क्योंकि मैं एक खिलाड़ी हूं और यह कुछ ऐसा है जिसका पूरी जिंदगी इंतजार रहता है. पिछले लगभग एक साल से हालांकि कई अहम चीजें चल रही हैं. मुझे लगता है कि बहुत सी अप्रत्याशित घटनाएं घटी हैं और अगर यह लोगों को खतरे में डाल रहा है और वे इसे लेकर बहुत असहज हो रहे तो निश्चित रूप से इस पर चर्चा होनी चाहिए."


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