नागपुर में टीम इंडिया का डंका बजा और ऑस्ट्रेलिया की टीम को रोहित शर्मा एंड कंपनी ने महज ढाई दिन में ही मात दे दी. टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का जितना बड़ा नाम समझा जाता है, उस उम्मीद के मुताबिक कंगारुओं ने प्रदर्शन नहीं किया. यही वजह है कि भारत की टीम ने पारी और 132 रनों से पैट कमिंस एंड कंपनी को धो डाला. ऑस्ट्रेलिया बड़े अरमान लेकर भारत में टेस्ट सीरीज खेलने आया. छह साल बाद आई ऑस्ट्रेलियाई टीम को उम्मीद थी कि भारत दौरे पर वो अपने घर पर मिली पिछली दो टेस्ट सीरीज हार का बदला लेगी लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. यूं तो भारत को टीमवर्क के चलते नागपुर में जीत मिली लेकिन इस विजय का श्रेय पूरी तरह से RRR को देना गलत नहीं होगा. आप सोच रहे होंगे कि हम फिल्म निर्देशक एसएस राजमोली की मूवी आरआरआर की बात कर रहे हैं. जी नहीं, यहां नागपुर मे मिली जीत में टीम इंडिया के आरआरआर यानी रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की बात हो रही हैं.
रोहित शर्मा: रोहित शर्मा पर इस मैच के दौरान दोहरी जिम्मेदारी थी. एक कप्तान के तौर पर और दूसरी बैट्समैन के रूप में. हिटमैन अपने दोनों ही कामों में सफल रहे. पहले बैटिंग करते हुए भारत का टॉप ऑर्डर फ्लॉप रहा. ऐसे में रोहित शर्मा ने रन बनाने की जिम्मेदारी उठाई और शतक ठोक दिया. 212 गेंदों का सामना करने के बाद 120 रन आए. अपनी पारी में हिटमैन ने 15 चौके और दो छक्के भी लगाए. रोहित ने शानदार शुरुआत दिलाई जिसके दम पर ही टीम इंडिया 400 रनों का विशाल लक्ष्य सेट कर पाई.
रवींद्र जडेजा: प्लेयर ऑफ द मैच रवींद्र जडेजा के लिए यह कमबैक मैच था. लंबे वक्त से वो चोट के चलते टीम इंडिया से बाहर थे. वापसी के साथ ही उन्होंने कंगारुओं को बल्ले और गेंद से पानी पिला दिया. पहली पारी में बॉलिंग करते हुए जड्डू ने 5 विकेट हॉल अपने नाम किया. स्टीव स्मिथ और मार्नस लैबुशेन जैसे बैटर उनका शिकार बने. भारत की बैटिंग के दौरान रवींद्र जडेजा जब बैटिंग के लिए आए तो टॉप ऑर्डर ध्वस्त हो चुका था. केवल हिटमैन ही जमे हुए थे. उन्होंने यहां से आगे रन बनाने की जिम्मेदारी उठाई. 185 गेंदों पर 70 रनों की पारी खेलकर जडेजा ने पुछल्ले बैटर्स के साथ मिलकर रन बनाए. फिर दूसरी पारी में गेंदबाजी के दौरान भी जडेजा को दो विकेट मिले. मार्नस लैबुशन और पैट कमिंस उनका शिकान बने.
रविचंद्रन अश्विन: ऑस्ट्रेलियाई टीम ने रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी शुरू होने से पहले काफी तैयारी की थी. डुप्लिकेट अश्विन की मदद से ऑस्ट्रेलियाई खेमे ने खूब प्रैक्टिस भी की. अश्विन ने अपने गेंदबाजी एक्शन में बदलाव कर ऑस्ट्रेलिया को छकाया. पहली पारी में तीन विकेट लेने बाद दूसरी पारी में वो पांच विकेट हॉल अपने नाम करने में सफल रहे. इसके अलावा नाइटवॉच मैन के रूप में नंबर-3 पर खेलते हुए भी अश्विन ने 23 रनों का अहम योगदान दिया.