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भारत का 'स्विंग किंग', जिससे घबराता था पाकिस्तान का दिग्गज, सचिन ने सुनाया किस्सा

Subhi
20 July 2022 5:18 AM GMT
भारत का स्विंग किंग, जिससे घबराता था पाकिस्तान का दिग्गज, सचिन ने सुनाया किस्सा
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पाकिस्तान के सईद अनवर को भारत के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जाना जाता है. एक बार तो उन्होंने भारतीय गेंदबाजों की ऐसी पिटाई की कि लगा दोहरा शतक बनाकर ही मानेंगे.

पाकिस्तान के सईद अनवर को भारत के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जाना जाता है. एक बार तो उन्होंने भारतीय गेंदबाजों की ऐसी पिटाई की कि लगा दोहरा शतक बनाकर ही मानेंगे. ऐसा नहीं हुआ, लेकिन जब तक वे 194 रन बनाकर आउट हुए तब तक वनडे क्रिकेट का बेस्ट स्कोर अपने नाम कर चुके थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही सईद अनवर भारत के एक गेंदबाज से इतने घबराते थे कि उन्हें कुछ समझ ही नहीं आता था कि क्या करें. इसी उलझन में वे सचिन तेंदुलकर से मदद लेने पहुंच गए थे. हम बात कर रहे हैं देबाशीष मोहंती (Debasis Mohanty) की, जो आज अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं. देबाशीष इन दिनों बीसीसीआई की चयनसमिति के सदस्य हैं.

दुनिया में ऐसे कई क्रिकेटर हुए हैं, जो प्रतिभाशाली होने के बावजूद वो मुकाम हासिल नहीं कर सके, जिसके वे हकदार थे. 20 जुलाई 1976 को जन्मे देबाशीष मोहंती भी इनमें शामिल हैं. ओडीशा के देबाशीष अपनी स्विंग गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे.

यह बात 1990 के दशक की है. उन दिनों जवागल श्रीनाथ और वेंकटेश प्रसाद की जोड़ी हिट थी. लेकिन 1997 में टोरंटो दौरे से पहले ये दोनों ही चोटिल हो जाते हैं. इस तरह देबाशीष मोहंती की टीम इंडिया में एंट्री हुई. वे 1997 में टोरंटो में पहला वनडे मैच खेलते हैं. उन्होंने इस सीरीज में पाकिस्तानी ओपनर सईद अनवर ( Saeed Anwar) को तीन बार आउट किया. टोरंटो कप में भारत के कप्तान रहे सचिन तेंदुलकर ने इससे जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा सुनाया था.

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने एक इंटरव्यू में कहते हैं, 'देबाशीष ने शुरुआती 4 मैच में अनवर को खूब परेशान किया. सीरीज के चार मैचों के बाद एक कार्यक्रम हुआ, जिसमें दोनों टीमों के खिलाड़ी थे. तभी सईद अनवर मेरे पास आए. अनवर ने मुझसे पूछा- बाकी सब तो ठीक है लेकिन एक बात बताओ कि आखिर देबाशीष करता क्या है? मैंने पूछा कि क्या हो गया तो व बोले कि उसकी स्विंग समझ में ही नहीं आती.' सचिन के मुताबिक सईद अनवर ने कहा, 'जब मैं गेंद छोड़ता हूं तो वह अंदर आ जाती है. जब मैं गेंद खेलता हूं तो बाहर चली जाती है.' इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देबाशीष की स्विंग गेंदबाजी कितनी खतरनाक थी. सचिन ने यह किस्सा 'वॉट द डक' कार्यक्रम में सुनाया था.

इत्तफाक से देबाशीष मोहंती का करियर ज्यादा लंबा नहीं चला. उन्होंने चार साल के अपने इंटरनेशनल करियर में 45 वनडे और दो टेस्ट मैच खेले. देबाशीष ने 45 वनडे में 57 विकेट लिए. उन्होंने अपना बेस्ट परफॉरमेंस इंग्लैंड में किया. उन्होंने यह प्रदर्शन (4/56) केन्या के खिलाफ वर्ल्ड कप में किया. देबाशीष प्रथमश्रेणी मैच में एक पारी में 10 विकेट भी ले चुके हैं.


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