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भारतीय एथलेटिक्स निकोलई स्नेसारेव की निधन, हॉस्टल के कमरे में मिला मृत

Khushboo Dhruw
5 March 2021 4:43 PM GMT
भारतीय एथलेटिक्स निकोलई स्नेसारेव की निधन, हॉस्टल के कमरे में मिला मृत
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भारतीय एथलेटिक्स में एक चौंकाने वाली खबर आई है. भारत के मिडिल और लॉन्ग डिस्टैन्स रेस के कोच का निधन हो गया है.

भारतीय एथलेटिक्स में एक चौंकाने वाली खबर आई है. भारत के मिडिल और लॉन्ग डिस्टैन्स रेस के कोच का निधन हो गया है. बेलारूस के निकोलई स्नेसारेव (Nikolai Snesarev) को टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympic) के लिए भारतीय टीम का कोच नियुक्त किया गया था. भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन (AFI) ने शुक्रवार 5 मार्च को बताया कि पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पोर्ट्स (NIS) में हॉस्टल के अपने कमरे में निकोलई मृत अवस्था में पाए गए. 72 साल के निकोलई के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिये सरकारी अस्पताल में भेजा गया है. निकोलई के निधन पर AFI के अक्ष्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने दुख जताया. उन्होंने साथ ही बताया कि उनकी मृत्यु का कारण अभी पता नहीं चल पाया है.

निकोलई दो साल के बाद भारत लौटे थे. वह टोक्यो ओलिंपिक के बाद सितंबर के अंत तक इस पद के लिये भारत लौटे थे. उनका कॉन्ट्रेक्ट तब टोक्यो 2020 के अंत तक था, जिसे कोरोनावायरस के कारण ओलिंपिक स्थगित होने के चलते एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया था. AFI की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, कोच निकोलई NIA पटियाला में हो रही इंडियन ग्रां प्री 3 के लिए पहुंचे थे.
कम्पटीशन के लिए नहीं पहुंचे तो निकोलई की हुई तलाश
"वह आज हुई इंडियन ग्रां प्री 3 के लिये (बेंगलुरू से) NIA आये थे. लेकिन जब वह प्रतियोगिता के लिये नहीं पहुंचे तो शाम को कोचों ने उनके बारे में पूछा और फिर उनका कमरा अंदर से बंद पाया गया."

पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा कारण
सुमरिवाला ने आगे बताया कि कोचों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा तो वहां निकोलई मृत अवस्था में मिले. उन्होंने कहा, "जब दरवाजा तोड़ा गया तो वह अपने बिस्तर पर पड़े थे. NIS में भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया और SAI की टीम ने उनका मृत शरीर पोस्टमार्टम के लिये सरकारी अस्पताल भेज दिया. हम उनकी मृत्यु का कारण नहीं जानते हैं. पोस्टमार्टम के बाद ही इसका पता चल पायेगा."

टोक्यो ओलिंपिक के लिए हुई थी नियुक्ति
निकोलई 3000 मीटर स्टीपलचेज एथलीट अविनाश साबले और अन्य मिडिल और लॉन्ग डिस्टेंस रेस के एथलीटों को टोक्यो ओलिंपिक की क्वालिफिकेशन के लिए ट्रेनिंग दे रहे थे. साबले के उन्हें छोड़कर भारतीय सेना के कोच अमरीश कुमार के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग करने का फैसला करने के बाद उन्होंने फरवरी 2019 में भारतीय एथलेटिक्स लंबी एवं मध्य दूरी कोच पद से इस्तीफा दे दिया था.


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