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इशांत शर्मा (Ishant Sharma) का तजुर्बा उमेश यादव (Umesh Yadav) के शानदार आउटस्विंगर डालने की क्षमता पर भारी पड़ सकता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय टीम मैनेजमेंट दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ सीरीज के निर्णायक और आखिरी टेस्ट मैच के लिए जब मैदान में टीम उतारेगी तो चोटिल मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) की जगह के लिए इशांत शर्मा (Ishant Sharma) का तजुर्बा उमेश यादव (Umesh Yadav) के शानदार आउटस्विंगर डालने की क्षमता पर भारी पड़ सकता है.
सिराज को हुई थी परेशानी
दूसरे टेस्ट के पहले दिन गेंदबाजी के दौरान मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था, जिसकी वजह से वो पूरे मैच के दौरान सिर्फ 15.5 ओवर ही गेंदबाजी कर सके थे. कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने माना कि उनकी चोट ने चौथी पारी में 240 रनों का बचाव करते हुए टीम की रणनीति पर असर डाला.
कौन करेगा सिराज को रिप्लेस?
भारतीय टीम 11 जनवरी को न्यूलैंड्स (Newlands) में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट मैच के लिए जब मैदान में उतरेगी तो उसके पास मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) के विकल्प के रूप में 2 अनुभवी तेज गेंदबाज मौजूद होंगे. इसमें 33 साल के इशांत शर्मा (Ishant Sharma) अपने बेस्ट फॉर्म में नहीं है लेकिन उन्हें 100 से ज्यादा टेस्ट मैचों का तजुर्बा है.
उमेश यादव भी हैं दावेदार
दूसरा विकल्प 34 साल के उमेश यादव (Umesh Yadav) का है जिनके नाम 51 टेस्ट है और हाल के दिनों में उनका प्रदर्शन इशांत शर्मा (Ishant Sharma) से बेहतर रहा है लेकिन उम्र बढ़ने के साथ उनकी स्पीड में गिरावट आई है.
राहुल द्रविड़ किसे देंगे तरजीह?
अगले मैच में उम्मीद है कि कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) चोट से वापसी करेंगे. इस बात की उम्मीद ज्यादा है कि वो और कोच राहुल द्रविड़ दिल्ली के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा (Ishant Sharma) को उमेश यादव (Umesh Yadav) पर तरजीह देंगे.
इशांत क्यों है पहली पसंद?
इसकी सबसे बड़ी वजह ये हो सकती है कि इशांत शर्मा (Ishant Sharma) का कद 6 फीट तीन इंच है और उनकी लंबाई दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को परेशान कर सकती है. दक्षिण अफ्रीका के लंबे कद के गेंदबाज मार्को जानसेन और डुआने ओलीवियर इस सीरीज में इसका फायदा उठाने में कामयाब रहे है।
लंबे कद का मिलेगा फायदा?
राहुल द्रविड़ ने कहा था, 'ऐसा लगा जैसे गेंद उनके लिए थोड़ी ज्यादा हरकत कर रही थी. इसका कारण उनके गेंदबाजों का लंबा कद हो सकता है.' यहां तक कि सेलेक्शन कमेटी के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने भी इस बात पर सहमति जताई कि इशांत को मौका मिलना चाहिए
'विदेश में इशांत हैं राइट च्वॉइस'
राहुल द्रविड़ ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'हमें जोहानिसबर्ग में एक लंबे तेज गेंदबाज की कमी महसूस हुई. हमारे पास सिर्फ इशांत है. इस तरह की पिचों पर मैं उन्हें उमेश से आगे रखूंगा. अगर यह एक भारतीय पिच होती तो उमेश पहली पसंद होते.'
'कोच के लिए मुश्किल फैसला'
भारत के पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने कहा कि ये असल में एक मुश्किल फैसला होगा. जिन्हें लगता है कि पिछले कुछ मैचों में इशांत के खराब लय में होने के बावजूद, उन्हें अभी भी न्यूलैंड्स में तरजीह मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैं ये नहीं कह सकता कि कोहली को इशांत की काबिलियत पर उतना भरोसा है या नहीं जो 2019 तक था.'
इशांत क्यों बेहतर साबित होंगे?
दीप दासगुप्ता ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'इशांत को लंबाई का फायदा मिलेगा वह इसका फायदा उठाते हुए ऐसी जगह गेंद को टप्पा कराएंगे जहां से बल्लेबाजों को परेशानी होगी. वह लंगी स्पैल डाल कर बल्लेबाजों को लंबे समय तक बांधे रख सकते है.'
केपटाउन का मौसम मददगार
दीप दासगुप्ता (Deep Dasgupta) ने कहा कि न्यूलैंड्स (Newlands) समंदर के किनारे है और पर्थ के वाका मैदान की तरह केपटाउन (Cape Town) में भी स्विंग गेंदबाजों को मदद मिलेगी. यहां गेंद थोड़ी देर से स्विंग होती है.
'समंदर किनारे हवा में नमी होगी'
दीप दासगुप्ता ने कहा, 'न्यूलैंड्स स्टेडियम समुद्र के किनारे है और ऐसे समय होते हैं जब ज्वार (हाई टाइड) होता है और उस स्थिति में हवा की मदद से पिच से गेंद अधिक तेजी से निकलती है. हवा में अधिक नमी से कई बार गेंदबाजों को मदद मिलती है.'
दीप ने भी इशांत को चुना
दीप दासगुप्ता ने कहा, 'कम ज्वार (भाटा या लो टाइड) के मामले में बिल्कुल विपरीत स्थिति होती है, जब तापमान ज्यादा होता है तो गेंदबाजों को अधिक मदद नहीं मिलती. लेकिन दोनों ही मामले में इशांत बेहतर गेंदबाज है.'
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