भारत ने वेस्टइंडीज को पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज के आखिरी वर्षा से प्रभावित तीसरे और अंतिम मैच में डकवर्थ-लुईस नियम के तहत 119 रन से हराकर सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। शुभमन गिल बारिश के कारण सिर्फ दो रन से करियर के पहले अंतरराष्ट्रीय शतक से चूक गए, लेकिन उनके नाबाद 98 रन और फिर गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया।
भारत की पारी के 24 ओवर पूरे होने के बाद बारिश के कारण मैच रुका और मुकाबले को 40 ओवर का कर दिया गया। दूसरी बार भारतीय पारी के 36 ओवर पूरे होने के बाद बारिश आई और मेहमान टीम की पारी को यहीं तीन विकेट पर 225 रन के स्कोर पर समाप्त कर दिया गया। वेस्टइंडीज को इसके बाद डकवर्थ-लुईस पद्धति के तहत 35 ओवर में 257 रन का लक्ष्य मिला। लेकिन वेस्टइंडीज की टीम 26 ओवर में 137 रन ही सिमट गई। आइए आपको बताते हैं पोर्ट ऑफ स्पेन में टीम इंडिया की जीत की पांच बड़ी वजहें क्या रहीं-
धवन गिल की सलामी जोड़ी
भारतीय कप्तान शिखर धवन और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के तीनों मुकाबलों में भारत को अच्छी शुरुआत देने में कामयाब रही। पहले मैच में इन दोनों के बीच 119 रन की साझेदारी हुई। दूसरे मैच में पहले विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी हुई। तीसरे मैच में एक बार फिर इस जोड़ी ने भारत के लिए एक बड़े स्कोर की नींव रखी। आखिरी वनडे में कप्तान धवन ने 74 गेंद में 58 रन बनाए। वहीं गिल ने 98 गेंद में 98 रन का योगदान दिया।
गिल की मास्टर क्लास पारी
लगभग ढाई साल बाद वनडे खेलने उतरे शुभमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी से इतना प्रभावित किया है कि उनके प्रदर्शन को देखकर ये लगा ही नहीं किया ये बल्लेबाज काफी लंबे समय बाद वनडे फॉर्मेट में खेलने उतरा है। टेस्ट में बतौर सलामी बल्लेबाज अपनी जगह पक्की कर चुके गिल ने इस सीरीज में अपने दमदार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा है और कुछ समय में वह वनडे टीम के भी जल्द नियमित सदस्य बन सकते हैं। गिल इस सीरीज में अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रहे थे। लेकिन तीसरे मैच में वह शतक के काफी करीब पहुंच गए थे। लेकिन बारिश की वजह से वह शतक से सिर्फ दो रन से चूक गए। हालांकि उनकी इस पारी से भारत को काफी फायदा हुआ और टीम 36 ओवर में 225 रन तक पहुंचने में कायमाब रही। गिल को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया।
श्रेयस अय्यर की सूझबूझ भरी पारी
तीसरे वनडे में बारिश ने काफी खलल डाला। शिखर धवन के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे श्रेयस सिर्फ 6 गेंद खेले सके थे कि बारिश ने दस्तक दे दी। जिसके कारण काफी देर तक खेल रुका रहा और जब दोबारा खेल शुरू हुआ तो भारतीय बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ रन बनाए। इस सीरीज के दोनों मैचों में अर्धशतक लगा चुके अय्यर ने आखिरी मैच में तेजी से रन बटोरे जोकि भारत के लिए फायदेमंद रहा। उन्होंने 34 गेंदों में 44 रन की तेजतर्रार पारी खेली। गिल और अय्यर के बीच दूसरे विकेट के लिए सिर्फ 58 गेंदों में 86 रन की साझेदारी हुई।
सिराज के शुरुआती दो विकेट
बल्लेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद गेंदबाजों ने भी टीम को जबरदस्त शुरुआत दिलाई। मोहम्मद सिराज ने अपने पहले ही ओवर में विंडीज को डबल झटका दिया। पहली गेंद पर उन्होंने काइल मेयर्स को आउट किया और फिर तीसरी गेंद शमराह ब्रुक्स एलबीडब्ल्यू आउट हुए। सिराज ने पारी के दूसरे ओवर में ही वेस्टइंडीज को बैकुफट पर धकेल दिया। हालांकि सिराज ने इस मैच में सिर्फ तीन ओवर डाले और इस दौरान उन्होंने 14 रन देकर 2 विकेट झटके।
चहल के चार विकेट
सिराज द्वारा शानदार शुरुआत देने के बाद चहल ने दूसरे मैच में शतक जड़ने वाले शाई होप को चकमा देते हुए स्टपिंग करवाया। इसके बाद शार्दुल ठाकुर 2, अक्षर 1 और कृष्णा ने 1 विकेट चटकाए। आखिर में युजवेंद्र चहल ने वेस्टइंडीज के पुछल्ले बल्लेबाजों को ज्यादा परेशान करने का मौका नहीं दिया। कीमो पॉल को आउट करके उन्होंने अपना दूसरा विकेट झटका। जिसके बाद 26वें ओवर में चहल ने हेडन वॉल्श और जायडेन सील्स को आउट करके विंडीज पारी का अंत किया। चहल ने इस मैच में 4 ओवर में 17 रन देकर 4 विकेट लिए।