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India in England: विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े रिकॉर्ड पर क्यों भारी है अगले चार महीने का वक्त? जानें वजह

Admin4
31 May 2021 1:25 PM GMT
India in England: विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े रिकॉर्ड पर क्यों भारी है अगले चार महीने का वक्त? जानें वजह
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अगले चार महीने में भारतीय टीम इंग्लैंड में 5 टेस्ट मैच खेलेगी, जिसमें 12 पारियां खेलने को मिलेंगी. ये 12 पारियां तय करेंगी कि आने वाले वक्त में ये बड़ा रिकॉर्ड टूट पाएगा या नहीं?

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विश्व क्रिकेट के एक बड़े रिकॉर्ड पर अगले चार महीने भारी हैं. ये रिकॉर्ड क्रिकेट के इतिहास का बड़ा रिकॉर्ड है. दरअसल, अगले करीब चार महीने भारतीय टीम (Indian Cricket Team) इंग्लैंड में रहेगी. जहां पहले उसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) का फाइनल खेलना है. जो न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 18 जून से खेला जाएगा. इसके बाद भारतीय टीम इंग्लैंड (England Cricket Team) के खिलाफ पांच टेस्ट मैच की सीरीज खेलेगी. इन मैचों के दौरान मैदान में एक ऐसा खिलाड़ी उतरेगा जिसका बल्ला अगर चल गया तो उस बड़े रिकॉर्ड पर खतरा बढ़ जाएगा. वो खिलाड़ी हैं भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और ये बड़ा रिकॉर्ड है अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सौ शतक (100 Centuries) का.

आगे बढ़ने से पहले आपको दो बातें याद दिला दें- पहली तो ये कि 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट क्रिकेट शुरू हुआ था. इसके बाद से लेकर अब तक करीब डेढ़ सौ साल के इतिहास में इकलौते खिलाड़ी ने शतकों का शतक लगाया है. वो खिलाड़ी हैं- भारत की रन मशीन सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar). विश्व क्रिकेट में लंबे समय से ये चर्चा है थी कि अगर सचिन का सौ शतकों का रिकॉर्ड कभी टूटा तो उसे विराट कोहली ही तोड़ेंगे. लेकिन विराट का बल्ला कई महीने से शांत है. ऐसे में अगली 12 टेस्ट पारियां इस रिकॉर्ड का भविष्य तय करेंगी.
12 पारियां बदलेंगी विराट की चाल
पिछले कई महीने से विराट कोहली की किस्मत अच्छी नहीं चल रही है. वो लंबे समय से शतक का इंतजार कर रहे हैं. उनके शतकों की संख्या 70 पर जाकर रूक गई है. उनके करियर में पिछले करीब डेढ़ साल से शतक का इंतजार है. विराट कोहली ने आखिरी शतक कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था. नवंबर 2019 में खेले गए उस टेस्ट मैच में विराट कोहली ने 136 रन बनाए थे. इससे पहले वनडे में उन्होंने अगस्त में शतक लगाया था. वो शतक पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ था. विराट कोहली ने तब नॉट आउट 114 रन बनाए थे. इसके बाद से विराट कोहली के बल्ले से शतक नहीं निकला.
वनडे क्रिकेट में तो वो तीन बार 80 रनों को पार करने में कामयाब हुए लेकिन उसे शतक में तब्दील नहीं कर पाए. वेस्टइंडीज के खिलाफ 85 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में उनके नाम 89-89 रन की दो पारियां हैं. लेकिन शतक नहीं है.
टी-20 फॉर्मेट में भी कहानी कुछ ऐसी ही है. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में विराट कोहली ने दो बार 70 और दो बार 80 के आंकड़े को पार किया लेकिन फिर शतक तक नहीं पहुंचे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली टी-20 सीरीज में उन्होंने 85 रन बनाए थे. इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में भी उन्होंने 73, 77 और 80 रन की पारी खेली. इनमें से कई पारियां ऐसी हैं जब विराट कोहली नॉट आउट रहे लेकिन उन्हें शतक नसीब नहीं हुआ.
शतक का इतना इंतजार तो कभी नहीं किया
ये विराट कोहली के करियर का शतकों के लिहाज से सबसे बुरा दौर है. 2008 में टेस्ट करियर की शुरूआत करने के बाद 2020 पहला ऐसा कैलेंडर इयर था जब विराट कोहली एक भी शतक नहीं लगा पाए. 2020 से पहले पिछले तीन साल की बात की जाए तो कोहली ने 29 शतक लगाए थे. 2017 और 2018 में उन्होंने 11-11 शतक लगाए थे, जबकि 2019 में भी उनके नाम 7 शतक थे.
वैसे भूलना ये भी नहीं चाहिए कि 2020 का लगभग पूरा साल कोरोना की भेंट चढ़ गया. विराट कोहली ने 2020 में सिर्फ 9 वनडे, 3 टेस्ट और 10 टी-20 मैच ही खेले. उसमें उन्होंने 842 रन बनाए.
दिलचस्प बात ये है कि सात ऐसे मौके आए जब विराट कोहली ने अर्धशतक लगाया लेकिन वो उसे शतक में तब्दील नहीं कर पाए. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ विराट कोहली अपने टेस्ट करियर में तीन शतक पहले भी लगा चुके हैं. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ उनकी टेस्ट औसत भी 50 से ज्यादा की है. ऐसे में इस इंतजार को खत्म करने का ये अच्छा मौका है.
विराट चलते हैं तो फिर रूकते नहीं
100 शतकों के रिकॉर्ड पर खतरा इसलिए है क्योंकि विराट कोहली जब चलते हैं तो फिर रूकते नहीं है. अगर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल या फिर इंग्लैंड के खिलाफ शुरूआती टेस्ट मैच में ही विराट कोहली ने शतक जड़ दिया तो फिर अगले चार महीने में वो अपने शतकों की संख्या को 70 से 75 तक भी पहुंचा सकते हैं. 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दौरान विराट कोहली ने एक ही सीरीज में 4 शतक लगाए थे. इसके अलावा 2017 श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी वो 3 शतक जड़ चुके हैं. 2016 का आईपीएल भी याद कीजिए. एक ही सीजन में विराट कोहली ने 4 शतक ठोक दिए थे. ये उदाहरण इसलिए बता रहे हैं कि अगर विराट कोहली के शतकों का इंतजार खत्म हुआ तो फिर शतकों की संख्या तेजी से भागेगी. उनके पास अगले चार महीने में 12 टेस्ट पारियां हैं.
सचिन ने भी लिया था विराट का ही नाम
आज से कई साल पहले की बात है. सचिन तेंदुलकर के सौ शतकों का जश्न था. हॉल में देश की तमाम जानी मानी हस्तियां मौजूद थीं. सलमान खान ने सचिन से पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि ये रिकॉर्ड अब कोई तोड़ पाएगा. इस सवाल के जवाब में सचिन ने कहा था कि विराट कोहली और रोहित शर्मा ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. इस रेस में रोहित शर्मा तो अभी काफी पीछे हैं लेकिन विराट कोहली तेजी से इस तरफ बढ़े थे. विराट की उम्र अभी करीब 33 साल है. उनके पास अभी अगले चार-पांच साल का वक्त है. अभी उनके खाते मे 27 टेस्ट और 43 वनडे शतक हैं. अगर उन्हें अपने शतकों के शतक तक पहुंचना है तो उन्हें अब हर साल 5-6 शतक लगाने होंगे. लेकिन पहला बड़ा इंतजार शतक नंबर-71 का है.


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