बर्लिन : आशाओं और उत्साह से भरी भारतीय टीम ने 2023 स्पेशल ओलंपिक विश्व खेलों में अपना अभियान रिकॉडर् 202 पदकों के साथ समाप्त किया है। भारत के प्रेरणादायक एथलीटों ने रविवार को समाप्त हुए आयोजन में 76 स्वर्ण, 75 रजत और 51 कांस्य पदक हासिल किए, जिसमें आखिरी दिन धावकों ने बहुमूल्य योगदान दिया।
भारत ने ट्रैक पर आखिरी दिन दो स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य सहित छह पदक अपनी झोली में डाले। आंचल गोयल (408 मीटर, महिला लेवल बी) और रविमति अरुमुगम (400 मीटर, महिला लेवल सी) ने पोडियम पर शीर्ष सम्मान हासिल किया। मिनी जेवलिन (लेवल बी) में रजत जीतने वाले साकेत कुंडू ने पुरुष लेवल बी 400 मीटर में भी कांस्य का तमगा जीता।
स्पेशल ओलंपिक भारत की अध्यक्ष, डॉ. मल्लिका नड्डा ने बर्लिन खेलों में भारतीय दल के प्रदर्शन पर कहा, ‘हमारे ज्यादातर एथलीटों को विभिन्न प्रकार के सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ा है, और विभिन्न क्षेत्रों में उन्हें समाज का गैर-कार्यशील सदस्य माना गया है। यह विचार गलत है। खेल के मैदान में उनका प्रदर्शन साबित करता है कि वे ताकत, गति, एकाग्रता और अनुशासन दिखाने में सक्षम हैं। मुझे उम्मीद है कि इससे बाहर के लोगों की आंखें खुलेंगी और यह साबित हो जाएगा कि हमें इस आंदोलन को और विस्तारित करने एवं इसे अधिक समावेशी बनाने की जरूरत है।'
बर्लिन खेलों का समापन ब्रैंडेनबर्ग गेट पर एक शाम की सभा के साथ हुआ, जिसमें प्रत्येक दल के सदस्यों को एकता की भावना का प्रतिनिधित्व करने और विशेष ओलंपिक आंदोलन के महत्व को सामने लाने के लिए एक मंच पर आमंत्रित किया गया।