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पिंक बॉल टेस्ट के दौरान एसजी गेंद की स्थिति पहले से बेहतर देखने को मिल सकती है। ऐसा दावा कंपनी ने खुद किया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पिंक बॉल टेस्ट के दौरान एसजी गेंद की स्थिति पहले से बेहतर देखने को मिल सकती है। ऐसा दावा कंपनी ने खुद किया है। भारतीय क्रिकेट में एसजी बॉल का इस्तेमाल होता है। हाल के समय में इस गेंद ने भारतीय क्रिकेटरों को खास प्रभावित नहीं किया है। इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज के मैचों में विराट कोहली समेत टीम के अन्य सदस्यों ने भी शिकायत की है कि गेंद की सीम बहुत जल्द बेकार हो जाती है।
यह भी बताया गया है कि गेंद जल्द ही मुलायम भी हो जाती है। इन सब बातों के मद्देनजर एसजी कंपनी का कहना है कि गुलाबी रंग की एसजी गेंद लाल वाली गेंद से बेहतर टिकेगी।
भारत और इंग्लैंड के बीच 24 फरवरी को अहमदाबाद में दिन रात का टेस्ट मैच होना है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने कंपनी के अधिकारी पारस आनंद के हवाले से कहा-
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"इस बार भी उन्हीं गेंदों का इस्तेमाल होगा जो कोलकाता में डे-नाइट टेस्ट 2019 के दौरान हुई थी। तब इन गेंदों को लेकर अच्छा फीडबैक दिया गया था। हर कोई इससे खुश था। फिर भी इस बार शेप और अधिक समय तक बरकरार रहेगी।"
इस बार भारत की इंग्लैंड की टीमों को गुलाबी एसजी गेंद ट्रेनिंग के दौरान भी उपलब्ध कराई गई है। यही कारण है कि हार्दिक पांड्या भी चेन्नई में हुए दूसरे टेस्ट के बाद गुलाबी गेंद से प्रैक्टिस करते हुए देखे गए थे।
हालांकि इस बात को लेकर आशंकाएं हैं कि यह गेंद रिवर्स स्विंग होगी या नहीं लेकिन आनंद का कहना है कि गेंद को रिवर्स कराना टीम पर निर्भर करता है कि वह पुरानी गेंद को कैसे इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा,
"यदि खिलाड़ी पुरानी गेंद की चमक को एक साइड से बरकरार रखते हैं, तो वे रिवर्स स्विंग हासिल कर पाएंगे। हालांकि यह विकेट पर भी निर्भर करेगा। ओस भी दोनों सतह को गीला करती है और चमक को खत्म कर देती है।"
आनंद ने अंत में कहा कि पहले दिन के दूसरे सेशन के अंत में ही कुछ कहा जा सकता है कि गेंद पक्के तौर पर उस मैच में क्या करने जा रही है।
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