भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एवं मौजूदा समय में बल्लेबाजी के रीढ़ विराट कोहली (Virat Kohli) का फ्लॉप प्रदर्शन इंग्लैंड में भी जारी है. किंग कोहली इंग्लैंड के खिलाफ जारी पांचवें टेस्ट मुकाबले की दोनों पारियों में मिलाकर महज 31 रन बना सके. कोहली के बल्ले से पहली पारी में 11 और दूसरी पारी में 20 रन निकले. इंग्लैंड दौरे पर भी उनके खराब प्रदर्शन के बाद वह अपने आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं. लेकिन इस बीच पूर्व इंग्लिश स्पिनर ग्रीम स्वान (Graeme Swann) ने उनका बचाव किया है.
ग्रीम स्वान का मानना है की बेन स्टोक्स (Ben Stokes) की जिस गेंद पर कोहली आउट हुए उस गेंद पर किसी भी युग में कोई भी बल्लेबाज चकमा खा सकता था. इसके अलावा उनका मानना है कि अच्छी शुरुआत के बावजूद स्टार बल्लेबाज के बड़ी पारी खेलने में नाकामयाब होने पर उनके ऊपर उंगली उठाना उचित नहीं है.
विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ दूसरी पारी में अच्छे लय में नजर आ रहे थे. उन्होंने 20 रनों की पारी में कुछ अच्छे शॉट लगाए थे, लेकिन वह इंग्लैंड के लिए 30वां ओवर फेंकने आए कैप्टन स्टोक्स की पांचवें गेंद को अच्छी तरह से पढ़ नहीं सके. नतीजा यह रहा कि गेंद उनके बैट का बाहरी किनारा लेते हुए पहले विकेटकीपर सैम बिलिंग्स के हाथों में पहुंची. वहां उनसे गलती होने के बाद स्लीप में तैयार रूट ने एक हाथ से कैच लपकते हुए उन्हें पवेलियन जानें पर मजबूर कर दिया.
पूर्व इंग्लिश स्पिनर ने सोनी स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा कि कई बार भारतीय कमेंटेटर कोहली के खिलाफ काफी सख्त हो जाते हैं. उन्होंने कहा, 'आप कह सकते हैं, जो आप चाहते हैं. मुझे फर्क नहीं पड़ता. टेस्ट इतिहास के आप किसी भी दौर में अगर बल्लेबाजी कर रहे हैं और इस डिलीवरी से बच जाते हैं, तो आप बहुत ही भाग्यशाली हैं. यह गेंद खेलने योग्य नहीं है और अंत में यह एक भाग्यशाली कैच हैं.'