
लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर सीरीज के दूसरे वनडे में भारतीय टीम को इंग्लैंड ने 100 रनों से हरा दिया. इंग्लैंड टीम 49 ओवर में 246 रन पर ऑलआउट हो गई. इसके बाद टीम इंडिया की पारी लक्ष्य का पीछा करते हुए 38.5 ओवर में 146 रन पर सिमट गई. लंबे कद के मीडियम पेसर रीस टॉपली ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 6 विकेट झटके. भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए, खासतौर से शीर्षक्रम का कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका. आइए नजर डालते हैं, इस हार के 4 गुनहगारों पर...
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया. इंग्लैंड टीम कोई खास बड़ा स्कोर तो नहीं खड़ा कर सकी लेकिन भारतीय बल्लेबाज, खासकर टॉप ऑर्डर, पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए. कप्तान रोहित शर्मा खाता खोले बिना रीस टॉपली का शिकार बने. वह पारी के तीसरे ओवर की चौथी गेंद पर lbw आउट हुए.
भारतीय ओपनर शिखर धवन ने पिछले वनडे में अच्छा प्रदर्शन किया था और रोहित के साथ अविजित साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई थी लेकिन इस मुकाबले में वह 9 रन बनाकर चलते बने. उन्हें भी टॉपली ने पवेलियन भेजा. धवन ने 26 गेंदों का सामना किया और 1 चौका लगाया. वह टीम के 27 रन के स्कोर पर दूसरे विकेट के तौर पर आउट हुए.
विराट कोहली से काफी उम्मीदें थीं. वह सीरीज के पहले वनडे का हिस्सा भी नहीं थे. ऐसे में माना जा रहा था कि वापसी में वह अच्छा स्कोर करेंगे लेकिन उन्हें डेविड विली ने 16 रन के निजी स्कोर पर जोस बटलर के हाथों कैच करा दिया. विराट ने 25 गेंद खेलीं और 3 चौके लगाए. वह टीम के चौथे विकेट के तौर पर पवेलियन लौटे.
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत नंबर-4 पर बल्लेबाजी को उतरे लेकिन उन्हें खाता खोले बिना ब्रायडन कार्स ने पवेलियन लौटा दिया. पंत को कार्स की गेंद पर सब्स्टीट्यूट साल्ट ने लपका. पंत पारी के 11वें ओवर की दूसरी गेंद पर आउट हुए, जिससे टीम का स्कोर 3 विकेट पर 29 रन हो गया.
लंबे कद के लेफ्ट आर्म मीडियम पेसर रीस टॉपली ने कमाल का प्रदर्शन किया. उन्होंने मुकाबले में 6 विकेट झटके और सिर्फ 24 रन लुटाए. रीस ने रोहित शर्मा, शिखर धवन, सूर्यकुमार यादव, मोहम्मद शमी, युजवेंद्र चहल और प्रसिद्ध कृष्णा को शिकार बनाया. इसी के चलते उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया.