जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टीम इंडिया (Team India) इस वक्त ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है और प्रैक्टिस में जमकर पसीना बहा रही है. तीन मैचों की वनडे सीरीज भी 27 नवंबर से शुरू हो जाएगी और इसी के साथ टीम इंडिया की परीक्षा भी. इस साल काफी कयास लगाए जा रहे थे कि ऑस्ट्रेलियाई टीम मेहमान टीम पर भारी पड़ सकती है और इसकी कई वजह हैं.
भारत (Team India) के पास इस साल गेंदबाजी विकल्प कम है. वनडे सीरीज में ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को छोड़कर भारत के पास ऐसे कम ही बल्लेबाज हैं, जो गेंदबाजी भी कर सकते हैं.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) गेंदबाजी नहीं कर सकते. हार्दिक अभी पूरी तरह से गेंदबाजी करने के लिए फिट नहीं हुए हैं.
भारत ने जब इस साल फरवरी में न्यूजीलैंड का दौरा किया था, तो वहां भी उसे इसी तरह की समस्याओं से जूझना पड़ा था. टीम दो बार अपने स्कोर का बचाव नहीं कर सकी थी.
टीम के पास सात खिलाड़ियों में से छह मुख्य रूप से गेंदबाज हैं. इसकी तुलना में, ऑस्ट्रेलिया के पास वनडे में मार्कस स्टोइनिस, मोइसेस हेनरिक्स, कैमरून ग्रीन और डेनियल सैम्स के रूप में चार ऑलराउंडर हैं.
उनके पास गेंदबाज पैट कमिंस भी हैं जो बल्लेबाजी भी अच्छी करते हैं और अंत तक रन बना सकते हैं. बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल भी नियमित रूप से ऑफ-स्पिनर के रूप में कुछ ओवर गेंदबाजी करते हैं.
ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर ने कहा है कि, हम वास्तव में वनडे में अतिरिक्त गेंदबाज रखना पसंद करते हैं. इंग्लैंड में हमने अतिरिक्त 10 ओवर के लिए मिशेल मार्श, स्टोइनिस और (ग्लेन) मैक्सवेल को चुना था और हमें वह संयोजन पसंद आया'.
भारत (Team India) ने पिछले कुछ वर्षों में ऑलराउंडरों, विशेषकर एक तेज-तर्रार ऑलराउंडर को खोजने के लिए संघर्ष किया है.
हार्दिक (Hardik Pandya) के भाई क्रुणाल पांड्या टी20 सीरीज भारतीय टीम का हिस्सा हैं. वह स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर है. हालांकि उन्हें केवल टी20 क्रिकेट के लिए फिट माना जाता है.
ऐसे में भारत के ऊपर काफी दबाव होगा और उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रणनीति सोच समझ के बनानी होगी.