जनता से रिश्ता वेबडेस्क | एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम का निराशाजनक प्रदर्शन था, खासकर दूसरी पारी में। इसी वजह से भारत को 8 विकेट से हार मिली थी, जिसमें टीम कुल 36 रन पर सिमट गई थी। हालांकि, अब भारतीय टीम के नए कप्तान के सामने नई चुनौती है, क्योंकि कप्तान विराट कोहली अब अगले तीन मैचों में नहीं खेल पाएंगे और अजिंक्य रहाणे के हाथ में टीम की कमान होगी।
नए कप्तान के साथ मैदान पर उतरने के लिए तैयार भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजमेंट को 26 दिसंबर से मेलबर्न में शुरू वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट को लेकर प्लेइंग इलेवन चुनने में काफी माथापच्ची करनी होगी। ओपनरों की कमी से जूझ रही टीम इंडिया के सामने आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले केएल राहुल को भी प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की समस्या होगी। इसके अलावा टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे भी फॉर्म में नहीं हैं।
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने 2018 में इंग्लैंड दौरे पर भी टीम चयन में लगातार बदलाव किया था। शानदार फॉर्म में होने के बावजूद चेतेश्वर पुजारा को पहले टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को भी मौका दिया था। टीम प्रबंधन को 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली बार ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतने के बाद राहत मिली थी, लेकिन इससे पहले इंग्लैंड दौरे पर टीम मैनेजमेंट सवालों के घेरे में था।
हालांकि, मौजूदा दौरे पर एक बार फिर अंतिम एकादश के चयन को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पृथ्वी शॉ फॉर्म में नहीं हैं। इसके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा के स्थान पर रिषभ पंत को देखा जा सकता है। वहीं, मोहम्मद शमी भी इस समय ऑस्ट्रेलिया में नहीं हैं। ऐसे में उनके स्थान पर मोहम्मद सिराज को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल सकती है। इसके अलावा भी कुछ बदलाव भारतीय टीम मैनेजमेंट को करने पड़ सकते हैं।