अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) शशांक मनोहर की जगह चेयरमैन पद के संभावित नाम भेजने के लिए अपने निदेशक मंडल (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स) को सोमवार को 18 अक्टूबर तक का समय दिया। इसी के साथ नामांकन प्रक्रिया को लेकर चला आ रहा गतिरोध खत्म हो गया। इस प्रक्रिया की निगरानी आइसीसी की आडिट समिति का स्वतंत्र चेयरमैन करेगा। क्रिकेट की वैश्विक संस्था ने कई उम्मीदवारों की मौजूदगी में मतदान प्रक्रिया को लेकर रुख साफ नहीं किया।
यही कारण है कि आइसीसी ने कहा है कि अगला चेयरमैन दिसंबर से ही पद संभाल पाएगा। आइसीसी ने कहा कि प्रकिया शुरू हो चुकी है जिसकी निगरानी आइसीसी आडिट समिति का स्वतंत्र चेयरमैन करेगा और पहला चरण संभावित उम्मीदवारों का नामांकन है जो मौजूदा बोर्ड आफ डायरेक्टर्स को 18 अक्टूबर 2020 तक करना है।
आइसीसी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद बोर्ड सोमवार को पुष्टि करता है कि उसके अगले चेयरमैन के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इसके दिसंबर की शुरुआत में संपन्न होने की उम्मीद है। नामांकन की प्रक्रिया पहले ही तरह रहेगी जिसमें बोर्ड ऑफ डायरेक्टर एक उम्मीदवार को नामांकित करता है और दूसरा निदेशक उसका अनुमोदन करता है। जैसा की आइसीसी संविधान में कहा गया है, पात्र होने के लिए, संभावित उम्मीदवार मौजूदा या पूर्व आइसीसी निदेशक होना चाहिए। मनोहर के डिप्टी इमरान ख्वाजा फिलहाल कार्यकारी चेयरमैन हैं।
जहां तक उम्मीदवारों की बात है तो बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एक साक्षात्कार में कहा था कि वह सिर्फ 48 वर्ष के हैं और उनके पास क्रिकेट प्रशासन में समय देने के लिए कई वर्ष हैं और वह अपनी बारी का इंतजार करने से गुरेज नहीं करेंगे। इसके अलावा पीसीबी के चेयरमैन अहसान मनी ने साफ कर दिया था कि उनके देश के प्रधानमंत्री इमरान खान उन्हें अपने बोर्ड का ही संचालन करने देना चाहते हैं।
वहीं इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स एक समय बीसीसीआइ की सहायता से इस पद पर बैठने के पसंदीदा बन गए थे, लेकिन तब और अब में चीजें काफी बदल गई हैं। इसके अलावा क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के पूर्व प्रमुख क्रिस नेंजानी और क्रिकेट वेस्टइंडीज के पूर्व प्रमुख डेव कैमरोन भी इस पद के लिए अपनी इच्छा जता चुके हैं।