मुम्बई: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) अब दुनिया भर में शुरु हो रही टी20 क्रिकेट लीग की मनमानी रोकने के लिए अब कड़े कदम उठाने जा रही है। इसके लिए आईसीसी नये नियम भी लागू कर सकती है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लोकप्रिय होने के बाद से ही कई देशों में एक के बाद एक टी20 लीग शुरु हुई हैं। इन लीग से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए खतरा भी बढ़ गया है क्योंकि कई बड़े खिलाड़ी पैसे के कारण राष्ट्रीय टीम को छोड़ने लगे हैं। ऐसें में आईसीसी की भी चिन्ताएं बढ़ गयी हैं और उसके ऊपर सख्त कदम उठाने का दबाव बढ़ रहा है। वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के ज्यादातर खिलाड़ी विदेशी लीग में खेलते हैं। बार-बार कई नामी खिलाड़ियों के केन्द्रीय अनुबंध से नाम वापस लेने के मामले सामने आ रहे हैं। इसमें इंग्लैंड के जैसन राय से लेकर न्यूजीलैंड के टैंट बोल्ट भी शामिल हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसे में आईसीसी अब विदेशी टी20 लीग को लेकर अगले कुछ महीनों में बड़े बदलाव के साथ सामने आ सकती है। इसके तहत अब किसी भी देश में खेली जाने वाली टी20 लीग के लिए अंतिम ग्यारह में अधिकतम चार खिलाड़ियों का नियम लागू किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह चार विदेशी खिलाड़ी आईसीसी के पूर्णकालिक टीमों से होंगे। इसे एसोसिएट देशों के खिलाड़ियों पर लागू नहीं माना जाएगा। इस नियम से इन देशों के खिलाड़ियों को ज्यादा खेलने के अवसर मिलेंगे। कई विदेशी लीग में 4 से ज्यादा खिलाड़ियों को अंतिम ग्यारह में शामिल किया जाता है। हाल में लॉन्च की गई यूएई अंतरराष्ट्रीय लीग टी20 में अंतिम ग्यारह में 9 विदेशी खिलाड़ियों को शामिल किए जाने की मंजूर मिली हुई है। वहीं अमेरिका में खेली जाने वाली मेजर लीग क्रिकेट में छह खिलाड़ियों को अंतिम ग्यारह में शामिल किया जा सकता है।
वहीं टी20 लीग का आयोजन करने वाले क्रिकेट बोर्ड को आईसीसी के नए नियम के मुताबिक अब उस क्रिकेट बोर्ड को पैसा देना होगा जिसके खिलाड़ी इसमें खेलेंगे। सभी टी20 लीग हर खिलाड़ी को मिलने वाली रकम का 10 प्रतिशत हिस्सा क्रिकेट बोर्ड को भी देगी। यह कम कमाई करने वाले क्रिकेट बोर्ड के लिए कमाई का जरिया बन सकता है। इससे उनको खिलाड़ियों और क्रिकेट की बेहतरी के लिए सहायता मिलेगी। वहीं इंडियन प्रीमियर लीग में 2008 के पहले सीजन से ही अंतिम ग्यारह में अधिकतम 4 खिलाड़ियों को ही शामिल करने का नियम है। वहीं जब आईपीएल होता है तो उस समय काफी कम टीमें खेलती होती हैं। ऐसे में आईसीसी के इन दोनो ही नये नियमों से आईपीएल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा