खेल

आज हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती

Ritisha Jaiswal
29 Aug 2021 7:07 AM GMT
आज हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती
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आज हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती है। इस दिन को नेशनल स्पोर्ट्स डे के तौर पर मनाया जाता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आज हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती है। इस दिन को नेशनल स्पोर्ट्स डे के तौर पर मनाया जाता है। अपने खेल से देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी आज के दिन सम्मानित किए जाते हैं। इसलिए आज का दिन खेल के नाम समर्पित है। ये साल सभी देशवासियों के लिए यादगार रहा है। टोक्यो ओलंपिक में 7 मेडल जीतकर भारत ने एक बार फिर से अपनी खोई हुई पहचान वापस पाई है। हम सभी की जिंदगी में खेल काफी मायने रखता है। किसी भी खेल से बॉडी के साथ-साथ हमारा माइंड भी एक्टिव होता है, लेकिन कई बार खेल के लिहाज से शरीर तैयार नहीं रहता। फिट नहीं होता। नतीजा स्पोर्ट्स इंजरी हो जाती है।

अब टोक्यो ओलंपिक के गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा की ही बात करें तो पूरी तरह फिट नहीं होने की वजह से उन्हें डायमंड लीग छोड़ना पड़ा। बजरंग पुनिया को चोट की वजह से गोल्ड से चूकते हुए भी सभी ने देखा और अब अपनी चोट की वजह से ही वो वर्ल्ड चैंपियनशिप से भी बाहर हैं। इंग्लैंड दौरे की बात करें, जहां विराट कोहली की टीम शुबमन गिल, मयंक अग्रवाल, शार्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर को चोट का सामना करना पड़ा है।
मतलब ये कि हम अक्सर लोगों में स्पोर्ट्स इंजरी देख रहे हैं। खेल चाहे कोई भी हो, खिलाड़ियों के लिए फिटनेस, फ्लेक्सिबिलिटी, कॉन्सनट्रेशन बहुत जरूरी है। इसलिए वो जिम में पसीना बहाकर अपनी बॉडी बनाते हैं। कॉन्सनट्रेशन और फ्लेक्सिबिलिटी के लिए ज्यादातर खिलाड़ी योगाभ्यास भी करते हैं। वैसे भी जिंदगी हो या फिर खेल का मैदान, फिटनेस न हो तो जीत नहीं मिलती। जो फिट है, वो हिट है। मतलब ये कि सिर्फ खिलाड़ियों को ही नहीं, हर किसी को फिट रहना चाहिए। फिट रहने के लिए रोजाना रनिंग, एक्सरसाइज, योगाभ्यास जरूर करना चाहिए। नेशनल स्पोर्ट्स डे पर स्वामी रामदेव ने भी यही बताया है।
स्पोर्ट्स इंजरी की वजह
खराब ट्रेनिंग प्रैक्टिस
ताकत की कमी
बेकार इक्विपमेंट
वॉर्मअप की कमी
चोट लगने पर क्या खाएं?
घी-पनीर
शकरकंद
आंवला
शहद
फ्लेक्सिबिलिटी के लिए योग
भुजंगासन
धनुरासन
नटराजासन
सेतुबंधासन
सर्वांगासन
कॉन्सनट्रेशन के लिए योग
ताड़ासन
वृक्षासन
गरुड़ासन
पश्चिमोत्तानासन
उष्ट्रासन
चोट लगने पर क्या करें?


Ritisha Jaiswal

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