भारतीय क्रिकेट टीम के आल राउंडर हार्दिक पांड्या ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज से इंटरनेशनल क्रिकेट में लंबे समय के बाद वापसी की है। लगातार चोट के जूझ रहे इस खिलाड़ी का टीम इंडिया को बाहर बैठना पड़ा था लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन में उन्होंने जोरदार वापसी की और टीम इंडिया तक में एक बार फिर से जगह बनाई।
टीम इंडिया के लिए आलराउंडर का एक बेहतर विकल्प बनकर सामने आए हार्दिक ने तेज गेंदबाजी और अपनी तूफानी बल्लेबाजी से अपनी जगह बनाई। 2016 में टी20 डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी को तीनों ही फार्मेट में खेलने का मौका मिला और उन्होंने हाथ आए मौके का भरपूर फायदा भी उठाया। इसके बाद चोट ने उनके करियर पर ब्रेक लगाया और फिर वह धीरे धीरे तीनों ही फार्मेट से बाहर हो गए।
हार्दिक की जगह आया ये आलराउंडर
भारतीय टीम में हार्दिक के जाने के बाद उनकी जगह लेने के लिए कई खिलाड़ियों को मौका दिया गया लेकिन आइपीएल के फेम पाने वाले वेंकटेश अय्यर ने बाजी मारी। उनको चयनकर्ताओं ने मौका दिया और वह इसपर खरे उतरते नजर आए। वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में उन्होंने नीचले क्रम में आखिरी दो मुकाबले में अच्छी पारी खेल टीम को जीत तक पहुंचाया। 9 टी20 में उन्होंने 133 रन बनाए और 5 विकेट चटकाए। उनको हार्दिक का विकल्प माना जा रहा था लेकिन प्लेइंग इलेवन में भी जगह नहीं मिल पा रही।
हार्दिक के आने से हुए बाहर
टीम इंडिया के गेंदबाजी आलराउंडर के तौर पर हार्दिक सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं। अनुभव और खेल के लिहाज से कोच और चयनकर्ता उनको तरजीह दे रहे हैं। खास कर आइपीएल 2022 में जैसे उन्होंने गेंद और बल्ले से प्रदर्शन किया उसके बाद तो वह प्लेइंग इलेवन में बतौर आलराउंडर सबसे आगे हैं। ऐसे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ बाहर बैठे अय्यर के पास अब आगे खेलने का मौका कम ही मिलने वाला है। गेंदबाजी और बल्लेबाजी में हार्दिक को अय्यर के मुकाबले तरजीह दी जाएगी और उनका प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना मुश्किल होगा।