इंग्लिश ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के वनडे इंटरनेशनल से संन्यास लेने के बाद क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है. कई खिलाड़ियों का मानना है कि बिजी इंटरनेशनल शेड्यूल के चलते वे मानसिक और शारीरिक तौर पर थक रहे हैं. वैसे भी ज्यादा क्रिकेट होने के चलते तीनों फॉर्मेट खेलना खिलाड़ियों के लिए तेजी से कठिन होता जा रहा है. ऐसे में आने वाले दिनों में दूसरे खिलाड़ी भी बेन स्टोक्स की राह पकड़ सकते हैं.
इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है. शास्त्री ने कहा कि टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या अगले साल भारत में होने वाले विश्व कप के बाद वनडे से संन्यास ले सकते हैं. शास्त्री के मुताबिक 28 साल के हार्दिक पंड्या अपना ध्यान टी20 क्रिकेट पर लगा सकते हैं. पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने यह भी बताया कि न केवल पांड्या, बल्कि कई अन्य खिलाड़ी भी अपना पसंदीदा फॉर्मेट चुनना शुरू कर देंगे, जिसके वे हकदार हैं.
शास्त्री ने इंडिया टुडे से कहा, 'टेस्ट क्रिकेट हमेशा महत्वपूर्ण बना रहेगा. खिलाड़ी अब पहले से ही चुनने लगे हैं कि वह कौन से प्रारूप खेलना चाहते हैं. हार्दिक पंड्या को ही ले लीजिए जो टी20 क्रिकेट खेलना चाहते हैं. हार्दिक के मन में यह बात साफ है कि वह और कुछ नहीं खेलना चाहते. वह 50 ओवर का क्रिकेट खेलेंगे क्योंकि अगले साल भारत में विश्व कप है. उसके बाद आप उन्हें 50 ओवर से जाते हुए भी देख सकते हैं. आप दूसरे खिलाड़ियों के साथ भी ऐसा ही होते हुए देखेंगे. वे फॉर्मेट चुनना शुरू कर देंगे और उन्हें इसका पूरा अधिकार है.'
शास्त्री ने यह भी कहा कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट भविष्य में हावी रहेगा. क्रिकेट के रिजल्ट को देखना होगा, खासतौर पर द्विपक्षीय क्रिकेट क्योंकि क्रिकेटरों को वैश्विक घरेलू लीग में खेलने से कोई रोक नहीं रहा है. जब तक दुनिया भर के बोर्ड अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कटौती का फैसला नहीं करते, क्रिकेटर्स कुछ फॉर्मेट से संन्यास लेना जारी रखेंगे.
शास्त्री ने बताया, 'फ्रेंचाइजी क्रिकेट दुनिया भर में राज करने वाली है. फिर आपके पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैसे होगा? आपको वॉल्यूम में कटौती करनी होगी. आपको द्विपक्षीय क्रिकेट में कटौती करनी होगी और उस दिशा में जाना होगा. आप खिलाड़ियों को अलग-अलग फ्रेंचाइजी के लिए खेलने से कभी नहीं रोक पाएंगे.'