भारत टीम के स्टार ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कुछ ऐसा कर दिया है, जिसकी वजह से वे ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं। दरअसल उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं वर्षगांठ पर स्वर्ण मंदिर के अंदर मारे गए जरनैल सिंह भिंडरावाले को श्रद्धांजलि दी और उन्हें 'शहीद' बताने की कोशिश की। हालांकि उन्होंने इस दौरान स्पष्ट रूप से भिंडरावाले का नाम नहीं लिया। बता दें कि ऑपरेशन ब्लू स्टार को एक जून से 8 जून 1984 तक अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अंजाम दिया गया था। यह भारतीय सेना की ओर से किया गया एक बड़ा मिशन था।
#HarbhajanSingh
— Anamika Yadav (@yanamika822) June 7, 2021
He should be disqualified from further bcci job and fir should be filed agains him
Take back all his award given by government of India
उस वक्त देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं और पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था। हालांकि हरभजन ने स्पष्ट रूप से भिंडरावाले का नाम नहीं लिया, लेकिन उनकी इंस्टाग्राम स्टोरी में भिंडरावाले की तस्वीर प्रमुखता से दिखाई गई है। इस पूरे मामले पर अभी तक हरभजन की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। यहां देखें लोग उन्हें किस तरह ट्रोल कर रहे हैं-
I am confused @harbhajan_singh , you cried on winning WC holding tricolor....now you are glorifying someone who does not wanted that....you have lost all respect #HarbhajanSingh
— Bharat 🇮🇳 Bhakth (@Bharat_Bhakth) June 7, 2021
In England #OllieRobinson suspended for 9 year old tweet.
— Befitting Prof (@ProfCaravan) June 7, 2021
In India no action against
#HarbhajanSingh for continuously posting hateful tweets against nation.
हरभजन ने टीम इंडिया की ओर से अब तक 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट चटकाए हैं। वहीं 236 वनडे में हरभजन के नाम 269 विकेट दर्ज हैं। इसके अलावा उन्होंने 28 टी-20 मैचों में 25 विकेट झटके हैं। हरभजन इस साल इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन में केकेआर की तरफ से खेलते हुए नजर आए थे। भज्जी ने टीम की तरफ से तीन मैच खेले थे, लेकिन वे एक भी विकेट चटकाने में सफल नहीं रहे। केकेआर ने हरभजन को उनके बेस प्राइस पर खरीदा था। हरभजन इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का हिस्सा रहे थे और उनके लिए दो साल खेले थे। आईपीएल 2020 में ऑफ स्पिनर ने निजी कारणों का हवाला देते हुए टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया था।