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रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) अभी टीम इंडिया के नंबर एक स्पिनर हैं और उनकी घातक गेंदबाजी के सभी दीवाने हैं. अश्विन के भारतीय टीम में जगह पक्की करते ही एक जादुई स्पिनर का करियर खतरे में पड़ गया है. ऐसे में इस प्लेयर की वापसी टीम में असंभव नजर आ रही है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपनी घातक गेंदबाजी के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं. उनकी तूफानी गेंदबाजी के सभी कायल हैं. अभी टेस्ट क्रिकेट में वह भारत के नंबर एक गेंदबाज हैं. उनकी गेंदों को टर्न कराने की कला से सभी अच्छी तरह से वाकिफ हैं. हाल में ही में अश्विन ने टी20 क्रिकेट में भी वापसी की हैं. ऐसे में अश्विन के टीम में जमते ही एक धाकड़ खिलाड़ी का करियर खत्म होता नजह आ रहा है. अश्विन की वजह से इस खिलाड़ी को धोनी ने भी बाहर का रास्ता दिखाया था. ये खिलाड़ी अब अपने करियर के आखिरी दौर में है और कभी भी संन्यास की घोषणा कर सकता है.
खत्म होने की कगार पर इस खिलाड़ी का करियर
भारत के जादुई ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में अपना टेस्ट डेब्यू किया था. जब अश्विन भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने थे तब हरभजन सिंह टीम के नियमित गेंदबाज थे, लेकिन धोनी ने अश्विन को ज्यादा मौके दिए. हरभजन को नजरअंदाज किया जाने लगा. भज्जी को टी20 टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. हरभजन वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे, लेकिन उसके बाद अश्विन ने अपने प्रदर्शन की बदौलत ही टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली और भज्जी कहीं पीछे छूट गए. हरभजन पिछले 20 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट में सक्रिय हैं, लेकिन कई युवा खिलाड़ियों ने टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली थी. इसी वजह से अब उनकी वापसी मुश्किल नजर आती है.
बंद हो चुके हैं सभी रास्ते
भारत के स्टार स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) अपने घातक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं. उनके फैंस प्यार से उन्हें टर्बनेटर के नाम से बुलाते हैं. कभी हरभजन ने अपनी गुगली का जादू पूरी दुनिया पर बिखेरा था. हरभजन ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए 1998 में ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने धमाकेदार प्रदर्शन कर टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर ली. ऐसे में उनकी वापसी के सभी रास्ते बंद हो गए हैं.
6 साल से हैं टीम से बाहर
हरभजन सिंह 2015 से ही टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं. विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में भी उनको खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले. नए बने कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और हरभजन मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) से एक साथ खेले हैं. 2017 तक हरभजन मुंबई की टीम का हिस्सा रहे हैं. हरभजन फॉर्म में नहीं हैं उनकी गेंदों पर विपक्षी बल्लेबाज जमकर रन बना रहे हैं. उनकी उम्र उन पर हावी हो रही है, जिसका असर उनकी फॉर्म पर भी दिख रहा है. हरभजन ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट, वनडे क्रिकेट में 236 मैचों में 269 विकेट और 28 टी20 मैचों में 25 विकेट हासिल किए हैं.
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