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जिमनास्ट कोहेई उचिमुरा ने लिया लोहा, पहली बार ऑल राउंड इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब

Apurva Srivastav
2 March 2021 3:16 PM GMT
जिमनास्ट कोहेई उचिमुरा ने लिया लोहा, पहली बार ऑल राउंड इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब
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जापान (Japan) के खेल इतिहास में जिमनास्ट कोहेई उचिमुरा (Kohei Uchimura) बेहद खास जगह रखते हैं.

जापान (Japan) के खेल इतिहास में जिमनास्ट कोहेई उचिमुरा (Kohei Uchimura) बेहद खास जगह रखते हैं.सात बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट ने इस खेल में अपने देश का वर्चस्व कायम किया. उचिमुरा के जिमनास्ट का सफर केवल तीन साल की उम्र में ही शुरू हो गया था. उन्होंने ओलिंपिक खेलों में सात और वर्ल्ड चैंपियनशिप (World Championship) में 21 मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. उचिमुरा ने पहली बार बीजिंग ओलिंपिक (Beijing Olympic) में हिस्सा लिया और दो सिल्वर मेडल जीते थे. इसके बाद जब वह लंदन ओलिंपिक में हिस्सा लेने पहुंचे थे तो उनकी शुरुआत देखकर किसी ने उम्मीद नहीं की थी कि वह तीन मेडल अपने नाम करेंगे.

उचिमुरा ने साल 2008 में बीजिंग में हुए ओलिंपिक खेलों में टीम इवेंट और ऑल राउंड इवेंट में दो सिल्वर मेडल जीते थे. वहीं इसके बाद 2012 के लंदन ओलिंपिक में उन्होंने टीम इवेंट और फ्लोर एक्सरसाइज में सिल्वर मेडल जीता. वहीं पहली बार ऑल राउंड इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहे थे. साल 2016 के रियो ओलिंपिक में उन्होंने अपने इस खिताब का बचाव किया. इसके साथ ही टीम इवेंट में भी देश को पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल दिलाया था.

लंदन ओलिंपिक में उचिमुरा कई बार गिरे थे
लंदन ओलिंपिक में उचिमुरा क्वालिफिकेशन राउंड में कई बार गिरे थे जिसके कारण व्यक्तिगत ऑलराउंड इवेंट के क्वालिफायर्स में वह नौवें स्थान पर थे. मेंस टीम जिमनास्टिक फाइनल्स में पोमेल हाउस जंप करते हुए उचिमुरा पूरा स्टंट करने से पहले गिर गए थे. उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि लैंडिंग के बावजूद उन्हें अंक नहीं दिए जाएंगे. हालांकि जापान की टीम ने उनकी पैरवी की और कहा कि पेनल्टी के साथ ही सही लेकिन उचिमुरा को अंक दिए जाने चाहिए.

जापान की अपील से पहले ग्रेट ब्रिटेन सिल्वर और यूक्रेन ब्रॉन्ज जीतने वाले थे. हालांकि अपील के बाद जब अंक जोड़े गए तो जापान के हिस्से सिल्वर आया. वह इस खिताब को काफी खास मानते हैं. उचिमुरा पहले मेडल हासिल कर चुके थे लेकिन उनकी टीम के बाकी खिलाड़ियों के लिए यह पहला ओलिंपिक मेडल था जिससे वह काफी खुश थे. हालांकि उचिमुरा को उस समय लगता था कि अगर उन्हें गोल्ड मेडल हासिल नहीं हुआ है तो इस बात का कोई मतलब नहीं कि उन्हें सिल्वर मिले या ब्रॉन्ज.

2016 में टीम को दिलाया था गोल्ड
उचिमुरा में साल 2016 में अपनी इस कसक को भी पूरा कर लिया. रियो में हुए ओलिंपिक खेलों में उचिमुरा टीम के कप्तान थे. उनकी कप्तानी में ही जापान की टीम ने 274.094 के कुल स्कोर के साथ जापान के ले लिए पहला टीम इवेंट गोल्ड मेडल जीता था. वहीं इसके बाद उचिमुरा ने लगातार दूसरी बार ऑल राउंड इवेंट में गोल्ड मेडल जीता. वह 44 सालों में लगातार दो गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले जापानी जिमनास्ट बन गए थे.


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