भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को नया अध्यक्ष मिलने वाला है। सौरव गांगुली का इस पद से हटना तय हो गया है। गुरुवार को एक इवेंट के दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की और कई संकेत दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार के बोर्ड अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए गांगुली ने नामांकन भी नहीं भरा है। वहीं, पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी के नए अध्यक्ष बनने की चर्चाएं भी जोरो पर हैं। मंगलवार को बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने अपने बयान में कहा था कि बिन्नी निर्विरोध चुने जा सकते हैं।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी खबरें आई थीं कि गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते थे, लेकिन बोर्ड के मौजूदा पदाधिकारियों ने इस पर हामी नहीं भरी। बाद में उन्हें आईपीएल चेयरमैन के पद की भी पेशकश की गई, लेकिन गांगुली ने इसे यह कहकर ठुकरा दिया कि बोर्ड के शीर्ष पद पर रहने के बाद वह इसके सब-कमेटी के हेड के तौर पर नहीं काम करना चाहते। अब इन सभी मामलों पर गांगुली ने बयान दिया है और उन्होंने कहा है कि वह कुछ बड़ा करने की सोच रहे हैं और आगे बढ़ रहे हैं।
एक इवेंट में गांगुली ने कहा कि वह लंबे समय से प्रशासक रहे हैं और अब कुछ और करना चाहते हैं। गांगुली ने कहा- मैं एक प्रशासक रहा हूं और मैं कुछ और काम के लिए आगे बढ़ूंगा। आप जीवन में चाहे जो कुछ भी करते हैं, लेकिन जब आप भारत के लिए खेलते हैं तो वह सबसे अच्छा दिन होता है। मैं बीसीसीआई का अध्यक्ष रहा हूं और मैं आगे भी बड़ी चीजें करता रहूंगा। आप हमेशा के लिए खिलाड़ी नहीं हो सकते, आप हमेशा के लिए प्रशासक नहीं हो सकते। दोनों काम करके बहुत अच्छा लगा।
ऐसे में यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि गांगुली आईसीसी अध्यक्ष पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। आईसीसी के मौजूदा अध्यक्ष ग्रेगर बार्कले का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है। गांगुली इस रोल में दिख सकते हैं। गांगुली ने कहा- आप एक दिन में अंबानी या नरेंद्र मोदी नहीं बनते। आपको वहां पहुंचने के लिए महीनों और सालों तक काम करना पड़ता है।
गांगुली ने कप्तान के रूप में भारतीय टीम का नेतृत्व करने के अपने अनुभव के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा- टीम का नेतृत्व करने वाले छह कप्तान थे। मैं राहुल द्रविड़ के साथ खड़ा हुआ था जब उन्हें वनडे टीम से लगभग हटा दिया गया था। मैंने टीम चुनने में उनके सुझाव लिए। टीम के माहौल में इन चीजों पर ध्यान नहीं दिया जाता है। लोग सिर्फ आपके द्वारा बनाए गए रन से नहीं याद रखते, वह दूसरी बातें भी याद करते हैं। यह वो काम हैं जो एक लीडर के तौर पर आप उनके लिए करते हैं।
रोजर बिन्नी गांगुली 18 अक्तूबर को बीसीसीआई के एजीएम में निर्विरोध अध्यक्ष चुने जा सकते हैं। वहीं, जय शाह बोर्ड के सचिव बने रहेंगे। बीसीसीआई में कुछ अन्य बदलाव भी किए जाने की उम्मीद है, क्योंकि शीर्ष अधिकारियों में फेरबदल किया जा रहा है। बीसीसीआई के मौजूदा कोषाध्यक्ष अरुण धूमल बृजेश पटेल की जगह आईपीएल के चेयरमैन बन सकते हैं। वहीं, आशीष सेलार बीसीसीआई के नए कोषाध्यक्ष बन सकते हैं।
गांगुली ने 23 अक्तूबर 2019 को बीसीसीआई अध्यक्ष का पद संभाला था। वहीं, जय शाह 24 अक्तूबर 2019 को बीसीसीआई के सचिव बने थे। दोनों का कार्यकाल इसी महीने खत्म हो रहा है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी पर बीसीसीआई से जुड़े संविधान में संशोधन भी किया गया है। इसके मुताबिक, गांगुली और जय शाह दोनों चाहें तो कार्यकाल 2025 तक जारी रख सकते थे, लेकिन अब गांगुली अपने पद से हटने का मन बना लिया है।
आईसीसी अध्यक्ष बनने के नियम
हाल ही में हुए बर्मिंघम सम्मेलन में आईसीसी के नए प्रमुख के चुनाव की प्रक्रिया तय की गई थी। अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए अब दो तिहाई बहुमत की आवश्यकता नहीं है। हाल के प्रस्ताव में कहा गया है कि विजेता वह होगा जिसे 51% वोट प्राप्त होंगे। आईसीसी के 16 बोर्ड सदस्य मिलकर अपना अध्यक्ष चुनते हैं। इसमें 12 टेस्ट खेलने वाले देश हैं। उम्मीदवार को अध्यक्ष बनने के लिए नौ बोर्ड के वोट या समर्थन की आवश्यकता होती है। आइए पहले जानते हैं वह देश कौन-कौन से हैं।
भारत
पाकिस्तान
साउथ अफ्रीका
बांग्लादेश
इंग्लैंड
ऑस्ट्रेलिया
वेस्टइंडीज
श्रीलंका
जिम्बाब्वे
न्यूजीलैंड
अफगानिस्तान
आयरलैंड