ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया के गेंदबाजों ने इस मैच में एक बार फिर निराश किया क्योंकि वह 209 रनों के लक्ष्य को डिफेंड करने में नाकामयाब रहे। इस दौरान गेंदबाजों को फील्डर्स से भी साथ नहीं मिला, अक्षर पटेल और केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों ने महत्वपूर्ण कैच छोड़े जो टीम इंडिया की हार की वजह भी बने। मैच के बाद क्रिकेट पंडित भारतीय टीम की रणनीति के साथ गेंदबाजी का विश्लेषण करने लगे और अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगे। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट ने भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस पर सवाल उठाए। सलमान ने कहा कि भारत के कुछ खिलाड़ी ओवर वेट हैं।
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए सलमान बट्ट ने कहा 'मुझे नहीं लगता कि कोई इसपर बात करेगा, मगर इंडिया की टीम की फिटनेस आइडल नहीं है। विराट कोहली और हार्दिक पांड्या समेत कुछ प्लेयर्स को हटा दें तो फिटनेस भारत का मजबूत पक्ष नहीं है। भारत के जो Key प्लेयर्स है उन्हें फील्ड के अंदर जितना आउट स्टेंडिंग होना चाहिए उतना वो नहीं हैं। भारतीय गेंदबाज बॉलिंग में पेस लैक करते हैं और फील्डिंग में मौके को बुना नहीं पा रही है। केएल राहुल ने कैच छोड़े, ऐसा लग रहा था वह ढीला होकर गेंद की तरफ भाग रहे हैं, अक्षर पटेल ने भी इसी तरह कैच छोड़ा था। अगर इस तरह की चेज में आप कैच छोड़ेंगे तो बल्लेबाज मौका नहीं देंगे। वर्ल्ड कप से पहले भारत के लिए खिलाड़ियों की फिटनेस और बॉलिंग में पेस चिंता का विषय है। ऑस्ट्रेलिया में आपकी फील्डिंग और थ्रो फेंकने की क्षमता काफी अच्छी होनी चाहिए। यह भारत के लिए अच्छे संकेत नहीं है।'
उन्होंने कहा 'इंडिया के जो खिलाड़ी हैं उनके लिए क्या वजह है ना फिट होने की, दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी इन्हें मिलती है, सबसे ज्यादा क्रिकेट ये खेलते हैं। अगर फिटनेस के हिसाब से अन्य टीमों से तुलना करें तो ये उतने फिट नहीं है जितने ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी टीमें हैं। एशियन टीमों में भी यह सबसे फिट नहीं है। कुछ खिलाड़ी ढीले लगते हैं कुछ ओवर वेट हैं। उन्हें फिटनेस पर काम करने की जरूरत है।'
पाकिस्तानी पूर्व खिलाड़ी ने आगे कहा 'विराट कोहली दुनिया के लिए मिसाल है कि वह कितने फिट हैं, इस तरह रविंद्र जडेजा और हार्दिक पांड्या भी हैं। रोहित शर्मा को देख लीजिए, केएल राहुल भी ढीले नजर आ रहे थे अगर यह फिट हो जाए तो भारतीय टीम अधिक खतरनाक दिखेगी। भारत को इस पर काम करने की जरूरत है।'