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चेन्नई के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का बड़ा बयान, CSK के कप्तान को लेकर कही ऐसी बात

Tulsi Rao
18 May 2022 10:40 AM GMT
चेन्नई के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का बड़ा बयान, CSK के कप्तान को लेकर कही ऐसी बात
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल का 15वां सीजन अच्छा नहीं रहा। आईपीएल के अपने 13 साल के सीजन में दूसरी बार ऐसा मौका आया है कि चार बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने में असफल रही। जारी सीजन के शुरू होने के दो दिन पहले रविंद्र जडेजा को टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया था। अन्य टीमों की तरह चेन्नई भी आईपीएल 2022 मेगा नीलामी के कारण अपना सही संयोजन तलाशने के लिए संघर्ष करती हुई दिखी।

टीम के सबसे सफल गेंदबाज दीपक चाहर चोट के कारण बाहर हो गए थे और उनका रिप्लेसमेंट ढूढने में टीम को कुछ वक्त लगा। पिछले साल टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाकर ऑरेंज कैप जीतने वाले ऋतुराज गायकवाड़ को भी फॉर्म हासिल करने में काफी समय लग गया। रविंद्र जडेजा के नेतृत्व में टीम को 8 मैचों में सिर्फ दो में जीत मिली और ऑलराउंडर ने एमएस धोनी को फिर से कप्तानी सौंप दी। धोनी ने कहा कि कप्तानी के कारण उनके (जडेजा) गेम पर असर पड़ रहा है। हालांकि बीच टूर्नामेंट में कप्तानी बदलने का फैसला चेन्नई के लिए सही साबित नहीं हुआ। क्योंकि चेन्नई की टीम धोनी के नेतृत्व में 5 मैचों में सिर्फ दो में जीत हासिल कर सकी और मुंबई इंडियंस से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
हालांकि चेन्नई के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि भले ही धोनी शुरू से ही टीम के कप्तान होते, तो भी CSK प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाती। स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में हरभजन ने कहा, ''अगर धोनी टीम के कप्तान बने रहते, तो सीएसके को वास्तव में फायदा होता और अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर मौजूद होते, लेकिन वे अभी भी क्वालीफाई नहीं कर पाते क्योंकि उनके पास टीम नहीं है। उनके पास एक मजबूत गेंदबाजी यूनिट नहीं है। टीम के लिए विकेट चटकाने वाले दीपक चाहर चोटिल हो गए, यहां तक कि बल्लेबाज भी उतना अच्छा नहीं खेल पाए।"
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हरभजन ने माना कि अगर सीएसके अपने घरेलू मैदान चेपॉक में खेल रही होती, तो इससे बहुत बड़ा फर्क पड़ता और वे क्वालीफाई कर सकते थे। उन्होंने कहा, "इससे [चेन्नई में खेलना] बहुत बड़ा अंतर होता। चेन्नई निश्चित रूप से इस टीम के साथ भी प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर लेती। क्योंकि जब वे घर पर खेलते हैं, तो वे अलग तरह से खेलते हैं। दिल्ली और मुंबई भी घरेलू परिस्थितियों में मजबूत रहे हैं।''


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