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केपटाउन। ऑस्ट्रेलिया से बीती रात आईसीसी महिला टी20 विश्व कप में मनोबल तोड़ने वाली शिकस्त से निराश भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर नहीं जानती कि वह ‘जीत के करीब पहुंचकर हार’ की ग्लानि से कब उबर पाएंगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल के दौरान दूसरा रन पूरा करने की कोशिश में हरमनप्रीत रन आउट हो गयीं। उनका बल्ला लॉक हो गया था और उनका असमय आउट होना खेल का ‘टर्निंग प्वाइंट’ साबित हुआ जिससे टीम महज पांच रन से हार गयी। हरमनप्रीत बुखार और ‘डिहाइड्रेशन’ (शरीर में पानी की कमी होना) के बावजूद इस नॉकआउट मैच में खेलने उतरीं और उन्होंने 34 गेंद में 52 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया था।
उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, खुद पर काबू कर पाना बहुत मुश्किल है। नहीं जानती। लेकिन मैं अब भी 'हैंगओवर' में हूं। मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान वह अपने आंसुओं को छुपाने के लिए काले चश्मे लगाये थीं। इस भारतीय टीम को कई मैचों में करीबी हार का सामना करना पड़ा है, टीम 2017 में इंग्लैंड से वनडे विश्व कप फाइनल गंवा बैठी थी और 2022 में बर्मिंघम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ राष्ट्रमंडल खेलों का फाइनल में भी उन्हें करीबी हार मिली थी। कप्तान के अलावा इस दर्द को कोई और नहीं जानता होगा।
मोगा की इस महिला क्रिकेटर ने कहा, नहीं पता कि यह कैसे हो रहा है। लेकिन इस हार के बाद जब हम ड्रेसिंग रूम में जायेंगे तो ही हमें पता चलेगा कि इसे ‘भुलाने’ में कितने और दिन लगेंगे। लेकिन मुझे लगता है कि हमने अच्छा क्रिकेट खेला। मैं सिर्फ इतना ही कह सकती हूं। हरमनप्रीत के आउट होने से पहले भारतीय कप्तान और जेमिमा रोड्रिग्स ने 41 गेंद में 69 रन की साझेदारी निभा ली थी लेकिन भारत की नंबर एक आल राउंडर मानी जाने वाली दीप्ति शर्मा एक बार फिर ‘पावर हिटिंग’ कौशल दिखाने में असफल रही और उन्होंने 17 गेंद में 20 रन बनाये। इंग्लैंड की पुरूष टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने हरमनप्रीत के रन आउट होने को ‘स्कूल की बालिका जैसी गलती’ करार दिया।
इस पर भारतीय कप्तान ने पूछा, ‘‘उन्होंने ऐसा कहा? अच्छा। मैं नहीं जानती। यह सोचने का तरीका है। मैं नहीं जानती। लेकिन कभी कभार ऐसा होता है। मैंने क्रिकेट में ऐसा होते हुए कई बार देखा है जब बल्लेबाज एक रन लेने जाता है और कभी कभार बल्ला अटक जाता है। लेकिन मैं कहूंगी कि हम आज दुर्भाग्यशाली रहे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं आउट नहीं होती और अंत तक क्रीज पर रहती तो हम निश्चित रूप से एक ओवर पहले ही मैच खत्म कर चुके होते क्योंकि हम लय में थे। ’’ कप्तान ने हालांकि हार के लिये दोषी व्यक्ति का नाम नहीं लिया लेकिन उनकी प्रतिक्रिया से साफ था कि जब वह अपने आउट होने के बाद जिम्मेदारी से और सकारात्मक बल्लेबाजी की बात कर रही थीं तो वह दीप्ति का ही जिक्र कर रही थीं। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं आउट हुई, तो लय भारत से आस्ट्रेलिया के पास चली गयी। मुझे भी यही लगता है कि यह टर्निंग प्वाइंट था। यह निराशाजनक है क्योंकि हमें इस तरह से नहीं हारना चाहिए था। क्योंकि इतने करीब आकर हमें और जिम्मेदारी और सकारात्मक रवैये से बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। ’
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