क्रिकेट: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में 51 दिन और 70 मैचों के बाद प्लेऑफ की 4 टीमें मिल चुकी हैं। लीग स्टेज खत्म होने के बाद गुजरात टाइटंस (GT) पहले, चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) दूसरे, लखनऊ सुपरजायंट्स (LSG) तीसरे और मुंबई इंडियंस (MI) पॉइंट्स टेबल में चौथे नंबर पर रहीं।
GT और CSK के बीच 23 मई को क्वालिफायर-1, वहीं LSG और MI के बीच 24 मई को एलिमिनेटर मुकाबला खेला जाएगा। दोनों मैच चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में होंगे।
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई अब तक खेले 14 सीजन में 12वीं बार प्लेऑफ में पहुंची। 10वीं बार टॉप-4 में फिनिश करने वाली मुंबई 5 बार की चैंपियन है। वहीं डिफेंडिंग चैंपियन गुजरात और लखनऊ 2022 में पहली बार शामिल होने के बाद लगातार दूसरे सीजन के प्लेऑफ में पहुंचीं।
आगे इन टॉप-4 टीमों का पिछला प्लेऑफ रिकॉर्ड, कितने फाइनल खेले और कितनी बार चैंपियन बन सके...
1. गुजरात टाइंटस | प्लेऑफ में 100% जीत का रिकॉर्ड
हार्दिक पंड्या की कप्तान वाली गुजरात टाइटंस 20 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में टॉप पर रही है। टीम ने 14 में से 10 मुकाबले जीते और केवल 4 ही गंवाए। 2022 से पहली बार IPL में शामिल की गई टाइटंस लगातार दूसरे सीजन के प्लेऑफ में पहुंची। टीम ने पिछले साल फाइनल तक का सफर तय करते हुए ट्रॉफी भी जीती थी।
पिछले सीजन भी टीम ने 10 मैच जीते थे और इस बार भी उन्हें इतने ही मुकाबलों में जीत मिली। 2022 में GT ने क्वालिफायर-1 और फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को हराकर ट्रॉफी उठाई थी। यानी टीम ने प्लेऑफ में कुल 2 मैच खेले हैं और दोनों में ही उन्हें जीत मिली। इस तरह टीम का प्लेऑफ मैच जीतने का रिकॉर्ड 100% है।
चेपॉक में अब तक नहीं खेली गुजरात
गुजरात इस बार 23 मई के क्वालिफायर-1 में CSK के खिलाफ उन्हीं के होम ग्राउंड एमए चिदंबरम स्टेडियम में भिड़ेगी। चेन्नई के खिलाफ टीम ने अब तक प्लेऑफ में कोई मैच नहीं खेला। लेकिन लीग स्टेज में दोनों के बीच 3 मुकाबले खेले गए और तीनों में गुजरात को ही जीत मिली। सभी मुकाबले 3 अलग-अलग ग्राउंड पर खेले गए, लेकिन CSK के होम ग्राउंड चेपॉक में दोनों टीमें अब तक नहीं भिड़ीं। इस बार चेपॉक में ही दोनों चैंपियन टीमों का पहली बार आमना-सामना होगा।
2. चेन्नई सुपर किंग्स | रिकॉर्ड 12वीं बार प्लेऑफ में पहुंचे
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) इस बार 17 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में नंबर-2 पर रही। टीम ने 14 में से 8 मैच जीते, 5 हारे और एक बेनतीजा मुकाबला खेला। 2008 से IPL खेल रही चेन्नई रिकॉर्ड 12वीं बार प्लेऑफ में पहुंची। 12 प्लेऑफ में भी टीम 9 बार फाइनल में पहुंची और 4 बार ट्रॉफी भी उठाई।
टीम ने टूर्नामेंट के ओवरऑल 16 में से 14 सीजन खेले हैं। 2016 और 2017 में 2 साल के लिए मैच फिक्सिंग और बेटिंग से जुड़े मामलों के कारण CSK बैन कर दी गई थी।
CSK टूर्नामेंट में केवल 2 ही बार 2020 और 2022 के सीजन में टॉप-4 फिनिश नहीं कर सकी। दोनों ही बार टीम सेकेंड लास्ट पोजिशन पर रही थी। लेकिन 2021 में उन्होंने ट्रॉफी जीत ली। 2022 में भी 10 टीमों के पॉइंट्स टेबल में 9वें नंबर पर रहने के बाद टीम इस साल फिर प्लेऑफ में क्वालिफाई कर गई है।
CSK ने प्लेऑफ के 62.5% मैच जीते
अब तक CSK ने प्लेऑफ के 11 सीजन में 24 मुकाबले खेले। 15 में उन्हें जीत और 9 में हार मिली। यानी प्लेऑफ में उन्होंने 62.5% मैच जीते हैं। 2009 और 2014 ही ऐसे सीजन रहे, जब टीम टॉप-4 में फिनिश करने के बावजूद फाइनल में नहीं पहुंच सकी। टीम ने 2008, 2012, 2013, 2015 और 2019 के फाइनल हारे। वहीं 2010, 2011, 2018 और 2021 में CSK चैंपियन बनी हैं।
एक अहम बात ये भी है कि 2011 में पहली बार प्लेऑफ सिस्टम शुरू होने के बाद चेन्नई ने तीनों ट्रॉफी लीग स्टेज में नंबर-2 पर फिनिश करने के बाद ही जीती। 2010 में टीम नंबर-3 पर रहकर चैंपियन बनी थी, लेकिन तब सेमीफाइनल सिस्टम हुआ करता था।
वहीं 2009 और 2019 में टीम नंबर-2 पर लीग स्टेज फिनिश करने के बाद भी ट्रॉफी नहीं उठा सकी। 2009 में उन्हें RCB ने सेमीफाइनल हराया था, वहीं 2019 के फाइनल में टीम को मुंबई के खिलाफ एक रन की हार झेलनी पड़ी थी। यानी CSK ने कुल 5 बार पॉइंट्स टेबल में नंबर-2 पर रहने के बाद 4 फाइनल खेले और 3 बार ट्रॉफी भी उठाई। इस बार भी टीम ने नंबर-2 पर ही लीग स्टेज फिनिश किया है।
3. लखनऊ सुपरजायंट्स | RCB से हारे थे पिछले साल
क्रुणाल पंड्या की कप्तानी वाली लखनऊ सुपरजायंट्स अपने आखिरी मैच को जीतकर प्लेऑफ में पहुंची। टीम लीग स्टेज में 17 अंकों के साथ तीसरे नंबर पर रही। उन्होंने 14 में से 8 मैच जीते, 5 हारे और एक बेनतीजा खेला। गुजरात की तरह 2022 से पहली बार IPL में शामिल की गई सुपरजायंट्स भी लगातार दूसरे सीजन के प्लेऑफ में पहुंची।
पिछले सीजन LSG एलिमिनेटर में RCB से हारकर फाइनल की रेस से बाहर हो गई थी। तब भी टीम तीसरे नंबर पर ही रही थी, लेकिन उस बार टीम ने 9 मैच जीते थे और इस बार मुकाबले 8 जीते हैं। कुल मिलाकर कहें तो LSG इससे पहले एक ही बार प्लेऑफ में पहुंची, टीम ने एक मैच खेला, लेकिन उसमें भी उन्हें हार ही मिली। यानी प्लेऑफ के मैचों में LSG को अब भी पहली जीत की तलाश है।
मुंबई के खिलाफ किया है शानदार प्रदर्शन
चेन्नई के मैदान पर 24 मई के एलिमिनेटर में LSG का सामना 5 बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस से होगा। दोनों प्लेऑफ में तो पहली बार ही आमने-सामने होंगी। लेकिन लीग स्टेज में दोनों टीमों के बीच 3 मैच खेले गए और तीनों में लखनऊ को जीत मिली। इनमें 2 मुकाबले मुंबई और एक लखनऊ में खेला गया। यानी दोनों टीमें पहली बार ही चेपॉक स्टेडियम में भी आमने-सामने होंगी।
4. मुंबई इंडियंस | 5 बार की चैंपियन
रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस ने रविवार के पहले मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को हराया। लेकिन टीम प्लेऑफ में GT और RCB के बीच मैच की वजह से क्वालिफाई कर सकी। गुजरात ने बेंगलुरु को रविवार रात 6 विकेट से हराया और उन्हें 14 पॉइंट्स पर ही रोक दिया। ऐसे में मुंबई 16 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में चौथे नंबर रही। उन्होंने 14 में से 8 मैच जीते और 6 गंवाए। अगर RCB आखिरी मैच जीत जाती तो 16 पॉइंट्स और बेहतर रन रेट के साथ प्लेऑफ में क्वालिफाई कर जाती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
खैर जैसे-तैसे MI प्लेऑफ में तो पहुंच गई, लेकिन टीम प्लेऑफ की मास्टर टीमों में से एक है। उन्होंने 2010 में पहली बार टॉप-4 फिनिश करने के बाद अब 10वीं बार प्लेऑफ में जगह बनाई है, जो CSK के बाद सबसे ज्यादा है। 2010 में टीम ने CSK से पहली बार फाइनल हारा। उसके बाद मुंबई ने 8 प्लेऑफ में 5 फाइनल खेले और हर बार ट्रॉफी उठाई।
2013 से तो टीम ने 6 बार प्लेऑफ में जगह बनाई और केवल एक बार 2014 में ही चैंपियन नहीं बन सकी। तब लीग स्टेज में नंबर-4 पर रही MI को चेन्नई के खिलाफ एलिमिनेटर में हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भी टीम नंबर-4 पर रहकर एलिमिनेटर में पहुंची है, लेकिन यहां उनका सामना लखनऊ सुपरजायंट्स से होगा।
मुंबई के नाम 66.67% प्लेऑफ मैच जीतने का रिकॉर्ड
मुंबई ने 2011 और 2012 में भी लीग स्टेज में नंबर-3 पर रहकर प्लेऑफ तक का सफर तय किया। लेकिन 2011 में टीम ने RCB से क्वालिफायर-2 गंवाया, वहीं 2012 में CSK ने उन्हें एलिमिनेटर हराया।
प्लेऑफ में मुंबई ने अब तक 18 मैच खेले हैं। 12 में जीत और 6 में उन्हें हार मिली। इनमें भी 4 बार टीम को CSK ही हरा सकी, वहीं एक-एक बार उन्हें पुणे और बेंगलुरु से भी हार का सामना करना पड़ा। कुल मिलाकर कहें तो प्लेऑफ में टीम ने 66.67% मुकाबले जीते हैं। टीम ने अब तक 3 एलिमिनेटर खेले, 2 में उन्हें हार और एक में जीत मिली है।
एक अहम बात ये भी है कि मुंबई जब-जब IPL फाइनल में पहुंची, तब-तब टीम लीग स्टेज में पहले या दूसरे नंबर पर ही रही। तीसरे या चौथे नंबर पर रहने के बाद टीम एक भी फाइनल नहीं खेल सकी। इस बार भी टीम ने नंबर-4 पर रहकर ही लीग स्टेज फिनिश किया है।
क्या होता है प्लेऑफ?
IPL के पॉइंट्स टेबल में टॉप-4 पोजिशन पर रहने वाली टीमें प्लेऑफ में प्रवेश करती है। टॉप-4 की टॉप-2 टीमें क्वालिफायर-1 और बॉटम-2 टीमें एलिमिनेटर खेलती हैं। क्वालिफायर-1 जीतने वाली टीम फाइनल में पहुंचती है और हारने वाली टीम को क्वालिफायर-2 में एंट्री मिलती है।
एलिमिनेटर हारने वाली टीम टूर्नामेंट से बाहर होती है और जीतने वाली टीम क्वालिफायर-2 में पहुंच जाती है। क्वालिफायर-2 जीतने वाली टीम क्वालिफायर-1 की विजेता के खिलाफ फाइनल खेलती है। IPL के इस पूरे सिस्टम को प्लेऑफ कहते हैं।
शुरुआती 3 सीजन नहीं हुए प्लेऑफ
IPL में 2011 से प्लेऑफ सिस्टम शुरू किया गया। उससे पहले के 3 साल तक टूर्नामेंट में सेमीफाइनल होते थे। इसमें पॉइंट्स टेबल पर पहले नंबर वाली टीम चौथे स्थान की टीम के खिलाफ और दूसरे नंबर की टीम तीसरे स्थान की टीम के खिलाफ सेमीफाइनल खेलती थी। सेमीफाइनल जीतने वाली टीम फाइनल में पहुंचती थी।
2010 के बाद इस सिस्टम को बंद कर प्लेऑफ सिस्टम लाया गया। 2011 से लगातार टूर्नामेंट में प्लेऑफ सिस्टम ही चला आ रहा है। इसकी मदद से पॉइंट्स टेबल में टॉप-2 पोजिशन पर रहने वाली टीमों को फाइनल में पहुंचने के 2 मौके मिलते हैं। वहीं बॉटम-2 पोजिशन पर रहने वाली टीमों को फाइनल में पहुंचने के लिए लगातार 2 मैच जीतने होते हैं।