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एक मैच ऐसा भी! 1 ओवर में गेंदबाज ने लुटा दिए 77 रन, डाली गईं 22 गेंदें, जानिए पूरा किस्सा
jantaserishta.com
20 Feb 2021 3:12 AM GMT
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क्रिकेट में अगर किसी से पूछा जाए कि एक ओवर किसी गेंदबाज ने सबसे ज्यादा कितने रन खर्च किए होंगे तो अमूमन हर कोई यही कहेगा कि 36 रन. यह संभव भी है कि एक ओवर में सभी 6 गेंदों पर 6 छक्के के साथ 36 रन बनाए जा सकते हैं. युवराज सिंह का स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में जड़े 6 छक्के तो सभी को याद हैं ही. कुछ और धाकड़ बल्लेबाजों ने भी इस तरह का कारनामा किया है.
लेकिन एक मैच ऐसा भी हुआ, जब कप्तान मैच को ड्रॉ के रूप में खत्म नहीं कराना चाहता था और इसके लिए उसने मैच के अंतिम दिन आखिरी 2 ओवर डाले जाने से पहले ऐसा फैसला लिया जो टीम के लिए उल्टा पड़ गया और बड़ी मुश्किल से आखिरी गेंद पर मैच को ड्रॉ पर खत्म कराया. जिस गेंदबाज को उलटफेर के लिए लगाया गया था उसने 1 ओवर में 10, 20, 30 या 40 रन नहीं, बल्कि 77 रन लुटा दिए.
अंपायर भी भूल गए कितने सही गेंद डाले
यह अनचाहा रिकॉर्ड बना था 1990 में 20 फरवरी को. जिस गेंदबाज के नाम यह अजीबोगरीब रिकॉर्ड दर्ज हुआ, उसका नाम है बर्ट वेंस. न्यूजीलैंड के लिए 4 टेस्ट मैच खेलने वाले वेंस ने आज ही 31 साल पहले लेंचेस्टर पार्क में एक प्रथम श्रेणी मुकाबले में वेलिंग्टन के लिए खेलते हुए कैंटरबरी के खिलाफ एक ओवर में 77 रन दिए थे. दिलचस्प बात यह हुई कि वेंस की गेंदबाजी के दौरान अंपायर यह भूल गए कि उन्होंने आखिर कितनी गेंदें डालीं और 5 सही गेंद के बाद ही ओवर खत्म करार दे दिया.
वेलिंग्टन टीम को शेल ट्रॉफी पर कब्जा जमाने के लिए उसे कैंटरबरी के खिलाफ अपना यह आखिरी मैच जीतना था. हालांकि उस समय ऑकलैंड और ओटागो के बीच एक अन्य मैच खेला जा रहा था और टूर्नामेंट के दो और मुकाबले खेले जाने थे, लेकिन शानदार खेल दिखा रही वेलिंग्टन को चैम्पियनशिप पर कब्जा सुनिश्चित करने के लिए यह मुकाबला जीतना जरूरी था, क्योंकि बाकी टीमें औसत के मामले में पीछे थीं.
जीत को ड्रॉ में जाते देख लिया फैसला
दूसरी ओर, अगर वेलिंग्टन अपना यह अंतिम मैच हार जाता, तो अन्य टीमों ऑकलैंड, कैंटरबरी और सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट जैसी टीमों के पास अंकों के आधार पर आगे बढ़ने का मौका था. यहां तक की वेलिंग्टन अपनी पहली पारी की बढ़त के आधार पर 4 अंक हासिल कर लेता तो भी एक टीम (ऑकलैंड) से पिछड़ने की संभावना बनी रहती.
वहीं, कैंटरबरी अगर यह मैच जीत जाती तो उसके वेलिंग्टन से आगे निकलने की संभावना बनती दिख रही थी, हालांकि इसके लिए वह दूसरी टीमों के बीच हो रहे मुकाबले पर निर्भर थी.
वेलिंग्टन ने कैंटरबरी के सामने जीत के लिए अंतिम दिन 59 ओवरों में 291 रनों का लक्ष्य रखा. वेलिंग्टन ने शुरुआत में शानदार प्रदर्शन किया और स्कोरबोर्ड पर 108 रन बनते-बनते 8 विकेट झटक लिये. जीत से महज 2 विकेट दूर थी वेलिंग्टन की टीम.
12 गेंदों में चाहिए थे 95 रन
लेकिन कैंटरबरी के विकेटकीपर-बल्लेबाज ली जर्मन और 10वें नंबर के बल्लेबाज रोजर फोर्ड ने पिच पर टिक गए और मैच को ड्रॉ की ओर ले जाने की मुहिम में जुट गए. मैच और खिताब को हाथ से जाता देख वेलिंग्टन के कप्तान इरविन मैक्सवाने ने गेंदबाजी में बदलाव करने की सोची और नियमित गेंदबाज की जगह पार्ट टाइम गेंदबाज से गेंदबाजी का फैसला लिया और वेंस को गेंदबाजी सौंपी. वेंस मूल रूप से एक बल्लेबाज थे.
उम्मीद तो यही थी कि यह गेंदबाज जर्मन और फोर्ड की जोड़ी तोड़ पाने में कामयाब होगा. नए गेंदबाज को सामने देखकर बल्लेबाज तेजी से रन बनाने और बड़े शॉट खेलने के चक्कर में आउट हो जाएंगे. लेकिन हुआ ऐसा नहीं. मैच का दूसरा अंतिम ओवर डालने के लिए वेंस को गेंद दी गई. इस समय तक टीम को जीत के लिए 12 गेंदों पर 95 रन चाहिए थे जो किसी तरह से संभव नहीं दिख रहा था.
1 ओवर में डालनी पड़ीं 22 गेंदें
कैंटरबरी टीम का स्कोर 8 विकेट पर 196 रन था, तो वेंस ने गेंद संभाली और सामने थे 75 रन पर खेल रहे ली जर्मन. लेकिन दूसरे प्रयास में पहली सही गेंद डालने के बाद उन्होंने दूसरी सही गेंद डालने के लिए 15 बार गेंदें फेंकीं. इस तरह से शुरुआती 17 प्रयासों में से केवल 2 गेंदों को ही सही करार दिया गया था. फुल टॉस के बाद फिर फुल टॉस गेंद डाली गई, जिसका जर्मन ने फायदा उठाया और इस बीच लगातार 5 गेंदों पर छक्के जड़ दिए. उन्होंने 17 नो बॉल डाली.
1 ओवर में 8 छक्के और 6 चौके
जर्मन ने इस ओवर की सातवीं गेंद पर शतक पूरा किया. जब यह स्पेल पूरा हुआ, तो जर्मन ने इस ओवर से अपने खाते में 8 छक्के और 5 चौके के साथ 70 जोड़ लिए थे, जबकि फोर्ड को भी मौका मिला और वह 2 गेंदों से 5 रन (1 चौका) ही बना सके थे. खास बात यह रही कि उनकी डाली गई 22 गेंदों में से 5 गेंदों पर कोई रन नहीं बना, जिसमें 3 सही बॉल भी शामिल थीं.
स्कोरिंग के लिए दर्शकों से मदद
हालात इस कदर हो गए कि स्कोरिंग करने वालों ने दर्शकों से कहा कि वे याद रखें कि रन किस तरह से बन रहे हैं और उनकी मदद करें. अंपायर तक भी थक गए और बर्ट वेंस (1-0-77-0) ने अभी 5 सही गेंदें डाली थीं, लेकिन अंपायर ने गफलत में ओवर पूरा करार दिया.
अंतिम ओवर तक मुकाबला पहुंचने तक स्कोरबोर्ड अपडेट नहीं हो सका था. कैंटरबरी को अंतिम ओवर में जीत के लिए 18 रन चाहिए थे, यहां भी दिलचस्प वाकया हुआ. पहली 5 गेंदों पर बल्लेबाज ने 17 रन बना लिए थे, लेकिन अंतिम गेंद का सामना करने वाले बल्लेबाज फोर्ड को पता नहीं चला कि स्कोर बराबर हो गया है और जीत के लिए बस एक रन चाहिए. और वह अंतिम गेंद पर जरूरी एक रन नहीं बना सके, जिससे मैच ड्रॉ पर खत्म हो गया.
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