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दिलीप वेंगसरकर भारत के पूर्व कप्तान और मुख्य चयनकर्ता रह चुके, चयनकर्ताओं को दे दी नसीहत

Shiddhant Shriwas
17 Oct 2021 9:10 AM GMT
दिलीप वेंगसरकर भारत के पूर्व कप्तान और मुख्य चयनकर्ता रह चुके, चयनकर्ताओं को दे दी नसीहत
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इस खिलाड़ी ने पिछले सीजन से ही दमदार प्रदर्शन किया था और अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया था. इस सीजन तो इस खिलाड़ी ने कहर ही ढा दिया

आईपीएल (IPL) वो लीग रही है जिसने भारत को कई शानदार खिलाड़ी दिए हैं. ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह तो इसके बेहतरीन उदाहरण हैं. इस लीग से लगातार खिलाड़ी निकलते हुए आ रहे हैं. हर सीजन देश को नई प्रतिभा मिलती है. इस सीजन भी ऐसा ही हुआ है. भारत को कुछ ऐसे खिलाड़ी मिले हैं जिन्होंने बताया है कि वह आगे चलकर देश के लिए अच्छा कर सकते हैं. उनमें से ही एक नाम है ऋतुराज गायकवाड़. चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल-2021 का खिताब जीतो तो उसमें दाएं हाथ के इस बल्लेबाज के रोल को नकारा नहीं जा सकता है. इस बल्लेबाज ने अपने बल्ले से बरसाए 635 रन. वह सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले को मिलने वाली ऑरैंज कप जीते में भी सफल रहे. उनके खेल ने कई दिग्गजों को अपना मुरीद बना लिया है. इसमें भारत के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर का नाम भी शामिल है.

वेंगसरकर भारतीय सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष भी रहे हैं. उन्होंने गायकवाड़ के पुराने दिनों को याद किया. वेंगसरकर ने 10 साल के गायकवाड़ का प्रदर्शन याद किया. उन्होंने खलीज टाइम्स से बात करते हुए कहा, "वह हमारी पुणे अकादमी में आए थे. वह तब 10 साल के थे. हम अपनी अकादमी में काबिलियत के हिसाब से खिलाड़ी चुनते हैं. हम हर किसी को नहीं लेते हैं. वह इन युवा खिलाड़ियों में से थे जिन्हें हमने चुना था. हमने उन्हें इसलिए चुना क्योंकि उनके पास शानदार योग्यता थी. मैं उन्हें इंग्लैंड भी ले गया था. तब वह 16 साल के थे. मैं हर साल अपनी अकादमी की टीम को लैंकाशर ले जाता हूं. हम 10 मैच खेलते हैं. उन्होंने अधिकतर मैचों में शतक जमाए थे. उन्होंने बड़े शतक मारे थे 160, 170 जैसे."
चयनकर्ताओं को करना चाहिए ये
गायकवाड़ आईपीएल में सबसे कम उम्र में ऑरैंज कैप जीतने वाले खिलाड़ी हैं. वेंगसरकर ने कहा है कि चयनकर्ताओं को समय बर्बाद नहीं करना चाहिए और उन्हें जल्दी से जल्दी टीम में शामिल करना चाहिए. उन्होंने कहा, "वह अर्धशतक जमा रहे थे. इसलिए मैंने उन्हें मैसेज भेजा और कहा कि तुम पूरे 20 ओवर खेलो. मैंने कहा कि अगर तुम पूरे 20 ओवर खेलते हो तो तुम शतक जमाओगे और टीम 200 बनाएगी. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने यही किया. उनके पास खेल है और वह मानसिक तौर पर काफी मजबूत हैं. चयनकर्ताओं को उन्हें जल्दी मौका देना चाहिए. जब आप खिलाड़ी को तब चुनते हो जब वह फॉर्म में होता है तो इससे मदद मिलती है. वह युवा भी है. अगर चयनकर्ता उनकी प्रतिभा से खुश हैं तो उन्हें सीधे चुनना चाहिए."
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