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इंग्लैंड में 7 साल बाद टेस्ट मैच खेलने को लेकर मिताली राज ने कहा, विराट मिलेगी मदद

Apurva Srivastav
1 Jun 2021 6:29 PM GMT
इंग्लैंड में 7 साल बाद टेस्ट मैच खेलने को लेकर मिताली राज ने कहा, विराट  मिलेगी मदद
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महिला क्रिकेट टीम मुंबई में आइसोलेशन में है और बुधवार को पुरुष टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर रवाना होगी

कप्तान मिताली राज ने मंगलवार को कहा कि भारतीय पुरुष टीम के साथ ट्रैवल करने से अनुभवहीन महिला टीम के खिलाड़ियों को इंग्लैंड के खिलाफ 16 जून से शुरू होने वाले इकलौते टेस्ट मैच से पहले इस फॉर्मैट की चुनौतियों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। महिला क्रिकेट टीम मुंबई में आइसोलेशन में है और बुधवार को पुरुष टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर रवाना होगी। टीम का एक महीने का यह दौरा टेस्ट मैच के साथ शुरू होगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या यह अपने विचारों को साझा करने का मौका होगा तो मिताली ने कहा, 'हां, मुझे यकीन है कि लड़कियां जब भी उन से मिलती होंगी तो बातचीत करती होंगी। उनके साथ रहना अच्छा है क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड में बहुत खेला है।' मिताली ने इंग्लैंड रवाना होने से पहले यहां आयोजित की गई ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'आप उनसे (पुरुष खिलाड़ी) सवाल पूछ सकते हैं और वे मदद कर सकते हैं क्योंकि ज्यादातर लड़कियां पहली बार इस फॉर्मैट में खेल रही हैं। ऐसे में अगर वे उनसे बात करें और अपने दौरे से जुड़ा अनुभव हासिल करें तो यह वास्तव में उनकी मदद कर सकता है।'
भारतीय टीम के लिए सात साल के बाद यह पहला टेस्ट मैच होगा। ब्रिस्टल में टेस्ट मैच के बाद टीम को दो टी20 और तीन मैचों की वनडे इंटरनेशनल में भाग लेना है। पुरुषों की टीम को 18 जून से वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड का सामना करना है। मिताली ने कहा, 'मुझे लगता है कि टेस्ट खेलना बहुत अच्छा है, चाहे वह घर पर हो या बाहर। अगर यह जारी रहता है तो बढ़िया है, क्योंकि इससे खिलाड़ियों को मदद मिलती है। कभी-कभी बिना किसी दबाव के मैदान में जाकर खेलना और परिस्थितियों का लुत्फ लेना अच्छा होता है।'
उन्होंने कहा, 'यह पहली बार टेस्ट खेलने वाली खिलाड़ियों के लिए भी अच्छा होगा। जो खिलाड़ी 2014 में टेस्ट टीम का हिस्सा थी वह अपना अनुभव साझा कर सकती है।' उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर दो टेस्ट मैच होने से युवा खिलाड़ियां को काफी कुछ सीखने को मिल सकता है। आने वाले समय में यह इन खिलाड़ियों के लिए बहुत अच्छा होगा।' अनुभवी झूलन गोस्वामी तेज आक्रमण की अगुवाई करेंगी और मिताली को लगता है कि इससे टीम में युवा तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगा। मिताली ने कहा, 'यह महत्वपूर्ण है कि उसे खेलने का मौका मिले, उसे मैदान में समय बिताने की जरूरत है। सबसे सीनियर खिलाड़ी के तौर पर चीजों को नियंत्रित रखना जरूरी है।'


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