जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आईपीएल का पांचवी बार खिताब जीतने के बाद रोहित शर्मा को भारतीय टी20 कप्तान बनाने की मांग उठनी लगी थी। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि जब हम आईपीएल के आधार पर अंतरष्ट्रीय क्रिकेट में खिलाड़ियों का चयन कर सकते है तो इसी आधार पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान का चुनाव क्यों नहीं कर सकते और अगर ऐसा नहीं कर सकते तो बल्लेबाजों और गेंदबाजों को आईपीएल में उनके प्रदर्शन पर नहीं आंका जाना चाहिए।
आकाश चोपड़ा ने गंभीर की बातों का जवाब देते हुए कहा कि हाँ आईपीएल में प्रदर्शन जरुरी है और मैं इससे सहमत हूं लेकिन अंतराष्ट्रीय स्तर पर किसी को आंकने से पहले खिलाड़ी या कप्तान का प्रदर्शन भी अंतराष्ट्रीय स्तर पर देखा जाना चाहिए। कई खिलाड़ियों का आईपीएल में ख़ास प्रदर्शन नहीं रहा लेकिन उन्होंने भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया हैं। यह पूरी चर्चा और बहस केवल इस बारे में है कि विराट ने भारतीय टी-20 टीम का कप्तान बने रहने के लिए सब कुछ सही किया है।
गंभीर हालांकि आकाश से सहमत नहीं दिखे और उन्होंने कहा कि टी नटराजन, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव का चयन गलत है क्योंकि इन सभी खिलाड़ियों का चयन आईपीएल में प्रदर्शन के आधार पर किया गया है। जब आप खिलाड़ियों का चयन में प्रदर्शन के आधार पर कर रहे हैं तो भारतीय टी-20 टीम के कप्तान के चुनाव के लिए यह आधार क्यों नहीं हैं।
इस बहस में विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने भी कहा कि हम यहां इस बारे में बात कर रहे है कि कौन अधिक बेहतर निर्णय ले सकते हैं या कौन खेल को अधिक बेहतर समझ सकता हैं। पार्थिव ने भी हालांकि रोहित का समर्थन करते हुए कहा कि रोहित दबाव में ज्यादा अधिक सही निर्णय ले सकते हैं और इन सब पहलुओं में वह विराट के मुकाबले थोड़े से बेहतर हैं।