खेल

टी20 वर्ल्ड कप को बतौर फिनिशर अपने करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी मानते हैं : हार्दिक पांड्या

Bharti sahu
18 Oct 2021 8:11 AM GMT
टी20 वर्ल्ड कप को बतौर फिनिशर अपने करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी मानते हैं : हार्दिक पांड्या
x
टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप को बतौर फिनिशर अपने करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी मानते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप को बतौर फिनिशर अपने करियर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी मानते हैं। उनका मानना है कि उनके 'लाइफ कोच और भाई' महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी लाइनअप में गैर मौजूदगी में सबकुछ उनके कंधों पर है। हार्दिक ने साथ ही यह भी बताया कि बैन के समय धोनी ने किस तरह से उनकी मदद की थी। उन्होंने कहा कि पूर्व वर्ल्ड कप विजेता केवल महान कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज ही नहीं बल्कि उनके लिए उनके लाइफ कोच और भाई भी हैं।

हार्दिक ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो को दिए इंटरव्यू में कहा, 'एमएस उन लोगों में से हैं, जिन्होंने शुरू से ही मुझे समझा: मैं किस तरह का व्यक्ति हूं, मैं कैसे काम करता हूं, उन्हें पता है कि मैं किस तरह का इंसान हूं। ऐसी कौन सी चीजें हैं जो मुझे पसंद नहीं हैं, सब कुछ। वो अकेले ऐसे शख्स हैं जो मुझे शांत कर सकते हैं। वो मुझे गहराई से जानते हैं। मैं उनके बेहद करीब हूं। वह​ मेरे भाई हैं।'
धोनी के 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से भारत का य​ह पहला विश्व कप अभियान होगा और टीम 24 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ ​होने वाले मुकाबले से अपने अभियान की शुरुआत करेगी। उससे पहले टीम इंडिया को दो वार्म-अप मैच भी खेलने हैं। भारतीय टीम को अपना पहला अभ्यास मैच आज इंग्लैंड से और दूसरा बुधवार को ऑस्ट्रेलिया से खेलना है। टी20 वर्ल्ड कप के लिए धोनी को टीम इंडिया का मेंटॉर बनाया गया है। हार्दिक ने कहा, ' मैं कहना चाहूंगा कि इस बार मेरे पास महेंद्र सिंह धोनी नहीं हैं। इसलिए सब कुछ मेरे कंधों पर है। मुझे ऐसा सोचना पसंद है क्योंकि यह मुझे एक अतिरिक्त चुनौती देता है। यह रोमांचक होने वाला है। मैंने उन्हें कभी भी 'महान एमएस धोनी की तरह नहीं देखा। मेरे लिए, माही मेरा भाई है।'
ऑलराउंडर ने साथ ही यह भी बताया कि जनवरी 2019 में उन पर से बैन हटने के बाद जब उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया था, तो टीम होटल में उनके रुकने के लिए कमरा भी नहीं था और धोनी ने ही उन्हें अपने कमरे में रहने को कहा था। उन्होंने कहा, 'जब मुझे न्यूजीलैंड सीरीज के लिए चुना गया तो शुरू में होटल में कोई (खाली) कमरे नहीं थे। लेकिन फिर मुझे एक फोन आता है, 'तुम अभी आओ।' धोनी ने हमसे कहा, 'मैं बेड पर नहीं सोता। वो मेरे बेड पर सो जाएगा और मैं फर्श पर सोऊंगा।' वो (धोनी) पहले व्यक्ति थे जो हमेशा से मेरे साथ रहे हैं।'


Next Story