नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कई बार खिलाड़ियों की जिंदगी आसान नहीं होती है. ऐसे कई क्रिकेटरों के उदाहरण हैं जिन्हें रिटायरमेंट के बाद आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा है. ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व स्पिनर जेवियर डोहर्टी भी साल 2017 में क्रिकेट से अलग होने के बाद बेहद मुश्किलों से गुजरे हैं. डोहर्टी फिलहाल अपना घर चलाने के लिए कारपेंटर का काम कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने कारपेंट्री का काम सीखते डोहर्टी का वीडियो पोस्ट किया. इसमें डोहर्टी एक बिल्डिंग साइट पर औजारों के साथ कारपेंटर के वेश में दिख रहे हैं.
जेवियर डोहर्टी एक समय ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के प्रमुख स्पिनर थे. साल 2010 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले इस बाएं हाथ के स्पिनर ने वर्ल्ड कप 2015 भी खेला. उस साल ऑस्ट्रेलियाई टीम न्यूजीलैंड को हराकर पांचवीं बार वर्ल्ड चैंपियन बनी थी. डोहर्टी ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला वर्ल्ड कप में ही श्रीलंका के खिलाफ खेला था. हालांकि फाइनल मुकाबले में उन्हें टीम में जगह नहीं मिल पाई थी. उन्होंने साल 2017 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन द्वारा शेयर किए गए वीडियो में डोहर्टी कहते हैं कि जब उन्होंने क्रिकेट छोड़ा था तब सोचा नहीं था कि आगे चलकर क्या करेंगे. ऐसे में शुरू के 12 महीने तक तो उन्हें जो भी काम मिला उन्होंने वह किया. इसके तहत लैंडस्केपिंग,ऑफिस का काम और कुछ क्रिकेट से जुड़ा काम भी किया. इसके बाद डोहर्टी ने कारपेंटर बनने के गुर सीखे और उनका तीन-चौथाई प्रशिक्षण भी पूरा हो चुका है. डोहर्टी ने कहा, "जब क्रिकेट पूरा हो जाता है तो आपको पता चलता है कि अब पैसे कैसे आएंगे. दिमाग में बातें चलती हैं कि आगे क्या होगा. जिंदगी कैसी रहेगी. ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन की ट्रांजिशन मैनेजर कार्ला ने फोन पर मदद की. साथ ही पढ़ाई-लिखाई के लिए पैसे भी मिले. इससे आर्थिक मदद मिली और मेरा खर्चा भी कुछ कम हो गया."
जेवियर डोहर्टी के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 4 टेस्ट, 60 वनडे मैच और 11 टी20 मैचों खेले हैं. इस गेंदबाज ने टेस्ट में 7 विकेट, वनडे में 55 विकेट और टी20 मैचों में 10 विकेट लिए थे.
Test bowler turned carpenter 👷🔨
— Australian Cricketers' Association (@ACA_Players) May 18, 2021
Xavier Doherty took some time to find what was right for him following his retirement from cricket, but he's now building his future with an apprenticeship in carpentry.#NationalCareersWeek pic.twitter.com/iYRq2m39jt