टीम इंडिया कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को तीसरे और अंतिम टी20 इंटरनेशनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर सीरीज 2-1 से जीतने के बाद कहा कि सीरीज के दौरान गेंद और बल्ले से अलग अलग खिलाड़ियों का योगदान सकारात्मक पक्ष रहा. आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया के 187 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने सूर्यकुमार यादव (36 गेंद में 69 रन, पांच छक्के, पांच चौके) और विराट कोहली (48 गेंद में 63 रन, चार छक्के, तीन चौके) के अर्धशतक और दोनों के बीच तीसरे विकेट की 104 रन की साझेदारी की मदद से एक गेंद रहते चार विकेट पर 187 रन बनाकर जीत दर्ज की.
सीरीज जीत के बाद रोहित ने दिया बड़ा बयान
रोहित ने तीसरे और आखिरी मैच में छह विकेट की जीत दर्ज करने के बाद कहा, 'यह शानदार लम्हा था. हम अच्छा प्रदर्शन करना चाहते थे और हमने ऐसा किया. सबसे बड़ी सकारात्मक बात यह थी कि अलग-अलग खिलाड़ियों ने गेंद और बल्ले के साथ योगदान दिया. जब आप बैठकर यह सब होते हुए देख रहे होते हैं तो आप टीम प्रबंधन के रूप में अच्छा महसूस करते हैं.' रोहित ने कहा कि कभी कभी आप गलती भी करते हैं लेकिन टी20 क्रिकेट में ऐसा होता है क्योंकि गलती की गुंजाइश काफी कम होती है.
रोहित शर्मा ने कहा, 'कई बार आप बहुत कुछ करने में गलती करते हैं. यह टी20 क्रिकेट है और इसमें गलती की गुंजाइश बहुत कम होती है. मुझे लगा कि हमने मौके का फायदा उठाया. कभी-कभी ऐसा नहीं होता लेकिन यह एक सीख है जिसे हम अपनाएंगे.'
डेथ ओवरों में महंगे रहे गेंदबाज
रोहित ने कहा कि कई विभागों में सुधार की गुंजाइश है विशेषकर डेथ ओवरों की गेंदबाजी में. कप्तान रोहित ने कहा, 'बहुत सारे विभाग हैं (जिनमें सुधार की गुंजाइश है), खासकर हमारी डेथ ओवरों की गेंदबाजी. हर्षल और बुमराह काफी समय बाद खेल रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के मध्य और निचले क्रम को गेंदबाजी करना काफी मुश्किल है. इस पर ध्यान नहीं देना चाहंगे. वे ब्रेक के बाद आ रहे हैं और उन्हें लय में आने में समय लगेगा.'
आरोन फिंच ने बताई हार की वजह
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच ने कहा कि उन्होंने अच्छा स्कोर खड़ा किया था लेकिन विकेट नहीं चटका पाने के कारण हार का सामना करना पड़ा. फिंच ने कहा, 'यह काफी अच्छी सीरीज रही. हमारे लिए इस सीरीज की खोज कैमरन ग्रीन रहे. हमने सोचा था कि हमने ठीक-ठाक स्कोर खड़ा किया है. थोड़ी ओस थी और हमें पता था कि हमें विकेट हासिल करने होंगे. आप भारतीय बल्लेबाजों को रन बनाने से रोककर जीत दर्ज नहीं कर सकते. कुछ मौकों पर हम अपनी योजना को सही तरीके से अंजाम नहीं दे सके.'